अबरार अहमद खान, भोपाल, NIT; आम आदमी पार्टी मध्यप्रदेश द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार आम आदमी पार्टी मजदुर दिवस पर 1 मई से 42 दिन की किसान बचाओ यात्रा निकाल रही है। यात्रा के प्रारंभ पर प्रदेश संयोजक श्री आलोक अग्रवाल ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि आज प्रदेश का किसान दयनीय स्थिति में है। प्रदेश के किसानों को साल दर साल किसानी में नुकसान होता चला जा रहा है। प्रदेश सरकार की और से न उसे फसल का उचित मूल्य मिल रहा है न ही फसल ख़राब होने पर मुआवजा । किसान का कर्ज़ इस कदर बढ़ गया है कि प्रदेश में रोजाना 5 किसान आत्महत्या कर रहे है। आज प्रदेश के किसान पर लगभग 20 हज़ार करोड़ का कर्ज है। आज किसान को मदद की जरूरत है, इसलिए किसान बचाओ यात्रा निकलना जरूरी है।
श्री अग्रवाल ने कहा कि यात्रा प्रदेश के सभी 51 जिलों में जाएगी. वह 130 से अधिक विधान सभाओं में सभा लेंगे और किसानों से सीधा संवाद किया जायेगा। उल्लेखनीय है कि आम आदमी पार्टी पार्टी 15 अप्रैल से किसान बचाओ आंदोलन चला रही है। जिसके पहले चरण में गांव गांव में ‘आप की चौपाल’ आयोजित की गई थी। इस दौरान किसानों के बीच आम आदमी पार्टी ने उनकी समस्याए सुनी और उन्ही समस्याओ के आधार पर 10 सूत्रीय मांगों को लेकर किसान बचाओ यात्रा शुरू की जा रही है। आम आदमी पार्टी की मांग है कि किसानों का कर्जा माफ़ हो, उसके फसलों के दाम बढ़ाये जाएँ और इस हेतु स्वामीनाथन रिपोर्ट की तर्ज पर “न्यूनतम मूल्य सुरक्षा कानून” बने, किसानों की फसल ख़राब होने पर 20,000 रु एकड़ का मुआवजा मिले, 18 घंटे बिजली मिले।शिवराज सिंह चौहान ने पिछले चुनाव के पूर्व भाजपा के घोषणापत्र में साफ रूप से कहा था कि किसानों के कर्ज माफी के लिए “म.प्र. ऋण राहत आयोग” आयोग बनाया जाएगा और कर्ज माफ़ किये जायेंगे। परन्तु किसी एक किसान का कर्जा माफ़ नहीं हुआ। आज किसान का कर्जा न चुकने पर उसका सामान सामान उठा ले जाते हैं, बिजली का बिल न भरने पर उसे जेल में डाल दिया जाता है। फसल ख़राब होने पर अधिकांश किसानों को कोई मुआवजा नहीं मिलता है. शिवराज सिंह चौहान की भाजपा सरकार किसान विरोधी सरकार है।
- किसान बचाओ यात्रा
किसान बचाओ यात्रा 1 मई से 11 जून तक पूरे प्रदेश के हर जिले में जाएगी। यात्रा आज भोपाल से शुरू हो कर सिहोर जाएगी। सिहोर के दोराहा में दोपहर 2 बजे प्रदेश संयोजक श्री आलोक अग्रवाल किसान सभा को संबोधित करेंगे । तत्पश्चात यात्रा इछावर जाएगी जहाँ शाम 5 बजे एक किसान सभा आयोजित है। यात्रा के अंत में संभागीय किसान सम्मेलन आयोजित किए जाएगे।
- संभागीय किसान सम्मेलन
7 जून – उज्जैन, 8 जून – इंदौर, 9 जून – ग्वालियर
10 जून – जबलपुर, 11 जून – भोपाल ।
- किसान बचाओ आंदोलन की 10 सूत्रीय मांग
किसानों के सभी कर्जे को माफ किया जाए।
स्वामीनाथन रिपोर्ट के आधार पर किसानों का न्यूनतम समर्थन मूल्य, उसकी लागत का न्यूनतम डेढ़ गुना रखा जाए और उस आधार पर सरकार द्वारा तत्काल बोनस की घोषणा की जाये. इस हेतु एक न्यूनतम समर्थन मूल्य कानून बनाया जाये।
स्वामीनाथन रिपोर्ट के अनुसार किसानों को “शुद्ध लाभ” किसी प्रशासनिक अधिकारी के लाभ के बराबर होना चाहिए।
किसानों की फसलों के खराब होने पर न्यूनतम 20 हजार रु प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा दिया जाए।
किसानो की बीमा नीति को पूरी तरह से पारदर्शी बनाकर नुकसान के वास्तविक आकलन के आधार पर तत्काल बीमा राशि दी जाए।
पिछले 10 वर्षों में जिन किसानों ने आत्महत्या की है उनके परिवारों को भरण पोषण के लिए 5-5 लाख रुपए दिए जाएं।
सभी किसानों के लिए पर्याप्त सिंचाई की व्यवस्था की जाएँ।
किसानों को कम से कम 18 घंटे बिजली उपलब्ध करायी जाये।
किसानों को बिजली के अस्थायी कनेक्शन प्रति माह के आधार पर दिये जायें।
किसी भी किसान पर इनकम टैक्स न लगाया जाए।
उल्लेखनीय है कि इस दौरान प्रदेश व्यापी ‘आप की चौपाल’ कार्यक्रम इस यात्रा के दौरान भी जारी रहेगा।
Discover more from New India Times
Subscribe to get the latest posts sent to your email.