सलमान चिश्ती, रायबरेली ( यूपी ), NIT; पुलिस जिसे जनता का रक्षक माना जाता है लेकिन वही पुलिस अगर किसी मजलूम की मदद करने के बजाए उसका मजाक उड़ाए तो इससे बडी बात और क्या होगी? जी हाँ ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में सामने आया है, जहां एक दारोगा ने सामूहिक बलात्कार पीडित एक महिला की मदद करने के बजाए उल्टा उसका मजाक उड़ाया है और गंदे कमेंट्स किये।इंसाफ न मिलने पर महिला ने आत्मदाह करने की चेतावनी दी है।
थाना मिल एरिया क्षेत्र के बाबा की कुटिया अमांवा रोड कि एक विवाहित महिला ने आरोप लगाया है कि वह ब्लड प्रेशर की मरीज है। बीती 23 अप्रैल को उसके पति की न मौजूदगी में उसके छोटे बेटे की कनपटी पर असलहा लगा कर राजू मिश्रा, अतुल कुमार त्रिवेदी, शोभा मिश्रा ने मिलकर बारी बारी से उसके साथ जबरन दुराचार किया है। जब इसकी शिकायत स्थानीय थाने में करने गई तो उसकी नहीं सुनी गई बल्कि उलटा पुलिस ने उसका मजाक उड़ाया। पीडिता ने बताया कि पुलिस पैसे की मांग कर रही है। पुलिस का कहना है कि कहो तो 151 में चलान कर दें। पीडिता के मुताबिक वह घटना की लिखित सूचना पहले भी पुलिस अधीक्षक को दे चुकी है, जिस पर पुलिस ने पूछताछ के लिए उसे बुलाया था लेकिन पूरा दिनथाने में बैठाये रखा और अंत में कोई कार्यवाही नहीं की। पीडिता आज फिर एसपी की चौखट पर पहुंची थी। महिला ने मीडिया को बताया कि उसे न्याय नहीं मिला तो अब उसकी जिंदगी में कुछ बचा नहीं है इसलिए वह आत्मदाह कर लेगी। इस पूरे मामले में पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह का कहना है कि मामला मेरे पास तो नहीं आया है। फिल्हाल अपर पुलिस अधीक्षक तक पीडिताईआई है। क्या मामला है दिखवाते हैं यदि वाकई एेसी घटना घटित हूई है तो तत्काल मामला दर्ज कर कार्यवाही की जायेगी।
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