राकेश यादव, सागर (मप्र), NIT:
नलजल योजना, हैण्डपंपों को क्षति पहुंचाने वालों पर एफआईआर कर क्षति पहुंचाने वालों से ही हुए नुकसान की वसूली भी करें, उक्त निर्देश जिले की पेयजल संबंधी समीक्षा बैठक में कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल नायक ने नये कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में दिए। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्री सीएस शुक्ला, नगर निगम आयुक्त श्री आर.पी. अहिरवार सहित जिले के समस्त एसडीएम, समस्त निकायों के सीईओ, सीएमओ, पीएचई, सिंचाई विभाग एवं विद्युत मण्डल के अधिकारी उपस्थित थे।
उन्होंने कहा कि सागर का राजघाट इस बार निराश नहीं करेगा क्योंकि इस बार पर्याप्त वर्षा होने के कारण राजघाट बांध में आज की स्थिति में 512 मीटर पानी उपलब्ध है और यह पानी 30 जून तक सागर वासियों की प्यास बुझाने में सक्षम होगा। उन्होंने कहा कि अति गंभीर जलसंकट होने की स्थिति में ही पेयजल का परिवहन सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में जितनी भी नलजल योजनाएं एवं हैण्डपंपों की स्थिति की अद्यतन जानकारी लेते हुए निर्देश दिए कि इसके बाद कहीं भी पेयजल संकट नहीं होना चाहिए और यदि होता है तो इसके लिए संबंधित क्षेत्र के सीईओ, सीएमओ एवं पीएचई विभाग के अधिकारी उत्तरदायी होंगे। जल संकट की स्थिति निर्मित होने के पूर्व ही उसके निराकरण हेतु प्रयास किए जाएं एवं कार्ययोजना बनाकर मेरे समक्ष प्रस्तुत किए जाएं। उन्होंने कहा कि जिले की नल जल योजनाएं यदि बंद है तो उसके कारण जैसे विद्युत अवरोध (ट्रांसफार्मर खराब), पंप खराब, अतिरिक्त पाईप लाईन जोड़ना, नलकूप में पानी की स्थिति, नलकूप में पानी की स्थिति का अध्ययन की किस माह तक पानी की आपूर्ति की जा सकेगी, सूखे बोरिंग की संख्या और परिवहन की स्थिति का आकलन सही तरीके से किया जाए।
उन्होंने कहा कि विगत वर्षां में पेयजल संकट से ग्रसित ग्रामों की स्थिति का भ्रमण कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि जिस ग्राम में निजी बोरिंग के माध्यम से पेयजल व्यवसाय के रूप में उपलब्ध कराया जा रहा है। उनका निजीकरण कर पेयजल को आम जन के लिए उपलब्ध कराएं। उन्हांने समस्त अनुविभागीय अधिकारियों को निर्देष दिए कि 15 दिवस के अंदर उनके अधीन अनुभाग के एक-एक हेण्डपंपों एवं नलजल योजना, कुआ, बावड़ी, तालाब, नहर की जानकारी नक्षा सहित प्रस्तुत करें।
नगरीय क्षेत्र की समीक्षा करते हुए उन्होंने नगर निगम सागर की सीमा में प्रदाय की जाने वाली पेयजल की समीक्षा करते हुए आयुक्त नगर निगम से जानकारी ली। जानकारी में नगर निगम आयुक्त ने बताया कि राजघाट बांध में आज की स्थिति में 512 मीटर जल उपलब्ध है जो 30 जून तक के लिए पर्याप्त है। उन्होंने बताया कि इसी बांध से आरमी एवं मकरोनिया नगर पालिका के लिए पेयजल सप्लाई किया जाता है एवं नगर में 18 बोर चालू हालात में है। साथ ही 225 हेण्डपंप चालू स्थिति में स्थापित है।
कलेक्टर श्रीमती मैथिल ने आयुक्त नगर निगम एवं एसडीएम को निर्देष दिए कि राजघाट बांध से फसलों की सिंचाई करने वाले किसानों की मोटर पंप सहित पाईप जप्त कर उनको उन ग्राम पंचायतों को प्रदान करें जहां के मोटर पंप खराब है या बदलने की स्थिति में है। उन्होंने मकरोनिया के पेयजल की समीक्षा करते हुए सीएमओ को निर्देष दिए कि यदि आवष्यकता हो तो तत्काल नलकूप खनन कराएं एवं खनन कराए गए नलकूपां में हेण्डपंपों को लगाएं जिससे पेयजल की बर्बादी नहीं हो सकेगी और यदि आवष्यकता हो तो उनमें मोटर पंप भी लगाएं।
उन्होंने समस्त एसडीएम को निर्देष दिए कि पेयजल संकट की स्थिति से निपटने के लिए जनजागृति अभियान चलाएं जिसमें पानी रोको, पानी बचाएं के लिए जागरूकता हेतु रैलियों एवं स्लोगन के माध्यम से जागरूक करें।
योजना से किसानों का समय और पैसा बचेगा: अपर कलेक्टर श्री वर्मा
एमपी ऑनलाईन कियोस्क के माध्यम से भू-अभिलेख की
प्रतिलिपियांं का वितरण समारोह पुरानी गल्ला मंडी में संपन्न हुई।
योजना से किसानों का समय और पैसा बचेगा। साथ ही किसानों को अपने खसरा, बी-1, नक्षा की प्रतिलिपि हेतु तहसील, ब्लॉक के चक्कर नहीं लगाना पड़ेंगे और अधिकतम 30 मिनिट किसानों को जिले की किसी भी एमपीऑनलाइन कियोस्क सेंटर से मांगी गई प्रतिलिपि प्राप्त हो सकेंगे। उक्त विचार अपर कलेक्टर श्री मूलचंद वर्मा ने एमपी ऑनलाईन कियोस्क के माध्यम से भू-अभिलेख की प्रतिलिपियांं का शुभारंभ समारोह में पुरानी गल्ला मंडी स्थित कियोस्क सेंटर पर व्यक्त किए।
इस अवसर पर भू-अभिलेख अधीक्षक श्री राकेष अहिरवार, एमपी ऑनलाईन के जिला समन्वयक श्री सतेन्द्र जैन सहित बड़ी संख्या में किसान बंधु उपस्थित थे।
अपर कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा कि म.प्र. शासन की इस योजना से प्रदेष के किसान लाभांवित के साथ उनका कीमती समय एवं पैसा बचेगा। उन्होंने कहा कि किसान भाईयों के लिए अपनी किसी भी भू-अभिलेख प्रतिलिपि प्राप्त करने के लिए खसरा नंबर बताना होगा। साथ ही जो निर्धारित शुल्क है वह देना होगी। कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर कियोस्क संचालक श्री अभिताप जैन, अनुराग जैन ने आज के दिन किसानों को निःषुल्क भू-अभिलेख प्रतिलिपियां प्रदान की। जैसीनगर विकासखण्ड स्थित श्री बालाजी कम्प्यूटर एण्ड स्टेषनरी ग्राम पंचायत सेमरागोपालमन के कियोस्क संचालक श्री वृन्दावन विष्वकर्मा द्वारा शासन की योजना के अनुरूप किसानों को जागरूक करते हुए 2 किसानों को निःषुल्क भू-अभिलेख की प्रतिलिपियां प्रदान की गई। आज जिले की समस्त एमपी ऑनलाईन कियोस्क सेंटरों पर समारोह पूर्वक शुभारंभ किया गया।
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