इम्तियाज़ चिश्ती, ब्यूरो चीफ, दमोह (मप्र), NIT:
नागरिकता संशोधन कानून की आग अब पूरे देश में फैल चुकी है, सारे देश, हर प्रान्तों व शहरों से CAA, NRC के खिलाफ आवाज़ लगातार उठ रही है। विरोध प्रदर्शनों का भी दौर जारी है लेकिन अब हालात दिन व दिन बिगड़ते जा रहे हैं। विरोध की सीमाएं इस हद तक पहुँच चुकी हैं कि पर्दानशीन औरतों के सड़कों पर आना और अब प्रदर्शनकारी अपनी माँगों को मनवाने सरकार से तो गुहार लगा ही रहे हैं अब ये फांका करके भी विरोध पर उतर आए हैं।
दमोह में बीते सप्ताह भर से नागतिकता कानून का विरोध जारी है। मुस्लिम महिलाओं के अलावा पुरुष वर्ग भी विरोध प्रदर्शन करता चला आ रहा है। अब प्रदर्शनकारी मुस्लिम महिलाएं धरना स्थल मुर्शिद बाबा मैदान में अपने मुँह पर काली पट्टी बांधकर गले में NRC, CAA विरोधी स्लोगन लिखी तख्तियाँ डालें और हाथ बाँधे प्रदर्शन करते देखी गई तो वहीं 22 महिलाएं और लड़कियों ने रोज़ा रखकर भी अपना विरोध जताया और खुदा से दुआ की CAA, NRC से निजात मिल जाये। इसके लिए बाकायदा मुस्लिम महिलाओं ने दिन भर भूख और प्यास बर्दाश्त कर रोज़ा रखा और खुदा से दुआ की। संविधान बचाने के लिए मुर्शिद बाबा मैदान में प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में महिलाएं इकठ्ठा होतीं हैं और केन्द्र सरकार द्वारा लाये गये CAA, NRC का खुलकर विरोध करते हुए नारे बाज़ी करती हैं ताकि उनकी आवाज़ सरकार तक पहुँचे।
विरोध प्रदर्शन को मिला अन्य संगठनों का समर्थन
मुर्शिद बाबा मैदान में चल रहे लगातार धरना प्रदर्शन में अब अन्य संगठनों के लोगों ने भी समर्थन दे दिया है। भीम आर्मी के कोमल अहिरवार एवं उनके साथियों के अलावा साहित्यिक व सामाजिक संस्थाओं से जुड़ी सुसंस्कृति परिहार, साहित्यकार पंडित केशु तिवारी, नंद लाल सिंह परिहार, नितिन अग्रवाल, मानव बजाज, सहित अनेक लोग पंडाल में पहुँचककर अपना समर्थन दे रहे है और महिलाओं द्वारा लगातार चलाये जा रहे आंदोलन की तारीफ करते हुए उनकी हौसलाअफजाई की।
Discover more from New India Times
Subscribe to get the latest posts sent to your email.