वी.के.त्रिवेदी, ब्यूरो चीफ, लखीमपुर-खीरी (यूपी), NIT:
पलिया कलां नगर में मेडिकल स्टोरों पर उपलब्ध नशे के मकड़जाल में फंसे कई मासूम अपनी जिंदगी को बर्बाद कर रहे हैं। नगर के कुछ मेडिकल स्टोर पर प्रतिबंधित एनआरएक्स दवाएं बिना डॉक्टर के परामर्श से दी जा रही हैं।
वैसे तो पलिया तहसील क्षेत्र आपसी सौहार्द और शांति के लिए जाना जाता है परंतु इस सौहार्द और शांति की फिजाओं में ज़हर घोलने के लिए मादक पदार्थ व मेडिसिन नशे के सौदागरों ने भोले भाले मासूम बच्चों से लेकर युवकों तक को खोखला करने पर अमादा हैं। नगर में सुनसान जगहों पर कई ऐसे युवक सिगरेट में भरकर नशा फूंकते तो कई इंजेक्शन लगाते हुए देखे जा सकते हैं। भारत-नेपाल सीमा से सटा क्षेत्र होने के कारण मादक पदार्थों का आदान-प्रदान भी कई बार पकड़ में आ चुका है पर जिले पर बैठे ड्रग इंस्पेक्टर साहब भी इसे रोक पाने में नाकाम साबित हो रहे हैं या बात कुछ और है ईश्वर जाने।
शनिवार को ऐसा ही नजारा नगर के पुराना बस अड्डा रोड पर देखने को मिली जिससे मेडिकल स्टोरों पर बिक रहे नशे की बात की पुष्टि होती नजर आई। मिल रही शिकायतों व 2 दिन पूर्व एक मेडिकल स्टोर से नशीली दवाओं की खुलेआम बिक्री पर एडिशनल एसपी ने मेडिकल स्टोर स्वामी को हिरासत में लेकर कोतवाली पहुंचाया तो ड्रग इंस्पेक्टर सुनील कुमार रावत ने हरकत में आ कर शनिवार को नगर के पुराने बस अड्डा स्थित अली मेडिकोज पर छापेमारी की जहां पर कुछ एनआरएक्स दवाएं बरामद हुईं जिनके खरीद बिल भी दुकानदार नहीं दिखा पाए जिसके बाद ड्रग इंस्पेक्टर ने अली मेडिकोज को एनआरएक्स दवाओं की खरीद बिक्री पर रोक लगा दी। वहीं दो संदिग्ध दवाएं बरामद होने पर ड्रग इंस्पेक्टर ने उनका सैंपल लेकर जांच के लिए भेजने की बात की है।
आपको बता दें एक तरफ यह कार्रवाई चल रही थी तो दूसरी तरफ नगर के पुराने बस अड्डा के आसपास की आधा दर्जन से अधिक मेडिकल स्टोर स्वामियों द्वारा अपने मेडिकल स्टोर को बंद कर रफूचक्कर हो जाना व नियमों के मकड़जाल में फंसकर मेडिकल नशा बेचने वाले मेडिकल स्टोर स्वामियों पर कार्यवाही ना हो पाना इससे ऐसा ही प्रतीत होता है कि नशे का यह कारोबार बदस्तूर जारी रहेगा।
अब देखने वाली बात यह है कि पुलिस औषधि विभाग आदि मिलकर मेडिकल नशे से बर्बाद हो रहे मासूम बच्चों व युवाओं की जिंदगी को यूंही खाक होने देंगे यह कठोर कदम उठाकर ऐसे नशे के सौदागरों पर कठोर कार्रवाई कर उनका दमन करेंगे क्योंकि कोई नशा करता बच्चा आपके या हमारे घर का भी हो सकता है।
कार्रवाई के दौरान नगर के तमाम मेडिकल स्टोरों पर अफरा-तफरी का माहौल रहा। इस दौरान पुलिस क्षेत्राधिकारी राकेश नायक तहसीलदार आशीष सिंह खंड विकास अधिकारी विनय कुमार कोतवाल विद्या शंकर शुक्ल लखीमपुर से आए ड्रग इंस्पेक्टर सुनील कुमार रावत के साथ मे दल बल मौजूद रहे।
क्या है एनआरएक्स?
एनआरएक्स दवाई वह है जो आपको केवल डॉक्टर के परामर्श के बाद ही मेडिकल स्टोरों द्वारा दी जानी चाहिए। अगर कोई भी मेडिकल स्टोर एन0आर0अक्स दवाओं को बिना डॉक्टर के पर्चे के दे रहा है तो उस पर कार्रवाई का प्रावधान है।
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