शारिफ अंसारी, मुंबई, NIT; बॉम्बे उच्च न्यायालय द्वारा हरी झंडी मिलने के बाद भिवंडी शहर स्थित क्वार्टर गेट क्षेत्र के सर्वे नं. 573 की सरकारी भूखंड पर प्रस्तावित पुलिस स्टेशन भवन निर्माण की दिशा में भिवंडी पुलिस उपायुक्त ने सकारात्मक पहल शुरू की है। इस सन्दर्भ में भिवंडी पुलिस उपायुक्त मनोज पाटिल ने प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकारों को बताया कि पुलिस स्टेशन निर्माण से संबंधित यदि किसी को कोई विरोध व आपत्ति है तो वह उनसे मिलकर अपनी बात रख सकता है। इस सन्दर्भ में पुलिस बातचीत के लिए हमेशा तैयार है।
उल्लेखनीय है कि भिवंडी शहर के क्वार्टर गेट स्थित सर्वे नं. 573 पीडब्लूडी की सरकारी लगभग 25 हज़ार स्क्वायर फीट की भूखंड है, जिसे पीडब्लूडी ने पुलिस विभाग को सौंप दिया है। इस स्थान पर पहले पुराना पुलिस अधिकारियों का क्वार्टर हुआ करता था, जिसे तोड़कर पुलिस विभाग ने भिवंडी शहर व निजामपुर सहित दो पुलिस स्टेशन के निर्माण का कार्य सन् 2006 में शुरू किया था। यह बात कुछ स्थानीय अराजक तत्वों को पसंद नही आई थी। ऐसे लोगों ने पुलिस स्टेशन निर्माण कार्य को एक संप्रदाय की धार्मिक भावना से जोड़ कर 5 जुलाई 2006 में सांप्रदायिक हिंसा भड़काया था जिसमें दो नागरिकों सहित दो पुलिस कर्मियों को अपनी जान गवानी पड़ी थी। उसके बाद मामला उच्च न्यायालय में विचारधीन था। पत्ररकार परिषद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए भिवंडी पुलिस उपायुक्त मनोज पाटिल ने बताया कि भिवंडी, ठाणे सहित सभी न्यायालय ने उक्त भूखंड सम्बंधित विवाद को नकारते हुए फैसला पुलिस विभाग के हित में दिया है। दस वर्ष बीत जाने के बाद फिर से पुलिस विभाग ने जर्जर तथा अपर्याप्त बिल्डिंग में चल रहे पुलिस स्टेशन भिवंडी शहर तथा निजामपुर पुलिस स्टेशन की हालत सुधारने के लिए फिर से प्रस्तावित पुलिस स्टेशन की भूखंड पर पुलिस स्टेशन भवन निर्माण कार्य शुरू करने की पहल शुरू की है। इस सन्दर्भ में पुलिस उपायुक्त मनोज पाटिल के अनुसार उन्होंने पब्लिक एक्शन कमेटी सदस्य्, नगरसेवक, क्वार्टर गेट मस्जिद के ट्रस्टी मौलाना तथा स्थानीय गणमान्य व्यक्तियों सहित शहर के सभी राजनीतिक दल के नेताओं को मिलाकर लगभग एक हज़ार से अधिक लोगों से इस सन्दर्भ में बातचीत की है। पुलिस उपायुक्त मनोज पाटिल ने बताया कि अभी तक किसी भी व्यक्ति ने प्रस्तावित भूखंड पर पुलिस स्टेशन बनाने के लिए अपना विरोध या आपत्ति दर्ज नहीं कराया है। पुलिस उपायुक्त पाटिल ने जनता से अपील की है कि प्रस्तावित क्वार्टर गेट की भूखंड पर पुलिस स्टेशन निर्माण करने के सन्दर्भ में यदि किसी को कोई ऑब्जेक्शन, सजेशन या ओपिनियन देना हो, तो वह कभी भी भिवंडी पुलिस उपायुक्त से मिलकर बिना किसी हिचक के अपनी बात रख सकता है। पुलिस स्टेशन निर्माण संबंधी इस मामले में पुलिस उपायुक्त पाटिल ने पत्रकारों से भी खुल कर बात की और उनके विचारों से अवगत हुए। पुलिस द्वारा इस प्रकार जनता के बीच जाकर सीधे संवाद करने से जनता के बीच पुलिस की शाख काफी बढी है और जनता की तरफ से पुलिस प्रशासन को अच्छा प्रतिसाद भी मिल रहा है, वहीँ पीठ पीछे पुलिस के विरुुद्ध जनता को भडकाने वाले कुछ दोमुँहे और दोहरी नीति वाले लोगों की मानों पैरों के नीचे से ज़मीन ही खिसक गई हो।
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