त्रिवेंद्र जाट, देवरी/सागर (मप्र), NIT:
मध्यप्रदेश के कैबिनेट मंत्री हर्ष यादव ने देवरी सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र का औचक निरीक्षण कर स्वास्थ सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने चिकित्सालय में भर्ती मरीजों से हाल जाने एवं चिकित्सालय में व्याप्त अव्यवस्थाओं एवं गड़बडि़यों के लिए अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए व्यवस्था में सुधार की नसीहत दी।
शनिवार दोपहर देवरी चिकित्सालय में मंत्री हर्ष यादव के अचानक पहुंचने से हड़कंप मच गया। औचक निरीक्षण पर चिकित्सालय पहुंचे मंत्री हर्ष यादव ने चिकित्सालय के किचन का निरीक्षण किया जिसमें बासी पुरानी सब्जी एवं गुणवत्ताहीन गेंहूं आटा प्रयोग किये जाने को लेकर उन्होंने कड़ी आपत्ति व्यक्त की एवं बीएमओ देवरी को भोजन व्यवस्था के ठेकेदार को पृथक किये जाने संबंधी कार्रवाई प्रस्तावित किये जाने के निर्देश दिये। वार्डो के निरीक्षण के दौरान भर्ती मरीजों ने उन्हें बताया कि उनसे बॉटल एवं सिरिंज बाहर से मंगवाई गई है जिसको लेकर मंत्री यादव ने नाराजगी व्यक्त करते हुए बीएमओ से चिकित्सालय का स्टॉक रजिस्टर मंगवाकर दवा स्टॉक की जानकारी मांगी जिसमें पाया गया कि स्टाक में हजारों की संख्या में 10 एमएल सिरिंज होने के बाद भी नर्स द्वारा सिरिंज बाहर से मंगवाई गई थी, उन्होंने मामले में संबंधित दोषीयों के विरूद्ध कार्रवाई किये जाने हेतु बीएमओं को निर्देश दिये। चिकित्सालय में निरीक्षण के दौरान वार्डो में मरीजों के पलंग के आकार की तुलना में छोटे गद्दे बिछाये जाने पर उन्होंने आपत्ति व्यक्त की, इस संबंध में बीएमओ द्वारा बताया गया कि नये पलंग बड़ी साईज के आने के कारण पुराने गद्दे छोटे दिख रहे हैं। मंत्री हर्ष यादव ने चिकित्सालय परिसर में निर्मित किये जा रहे नवीन पोस्टमार्टम हाऊस भवन के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया जिसमें गुणवत्ताहीन गिट्टी एवं धूल युक्त रेत का उपयोग किये जाने को लेकर नाराजगी व्यक्त की। भवन निर्माण के लिए खुदवाये गये पिलर गढ्ढो की गहराई सिर्फ 4 फीट होने को लेकर मंत्री यादव ने इसे गंभीर अनियिमिताता मानते हुए निर्माण कार्य की जांच कराये जाने के निर्देश दिये। उपस्थित मजदूरों ने बताया कि भवन निर्माण ठेकेदार द्वारा उक्त कार्य पेटी पर किसी अन्य ठेकेदार को दिया गया है जिससे मापदण्डों के अनुरूप कार्य नहीं कराया जा रहा है। मंत्री यादव द्वारा चिकित्सालय परिसर में चिकित्सकों के आवास के लिए लगभग 7 वर्ष पूर्व लगभग 30 लाख रूपये लागत से निर्मित कराये गये क्वाटरों का निरीक्षण किया गया जिसमें पाया गया कि निर्माण कार्य गुणवत्ताहीन होने एवं रखरखाव के आभाव में उक्त नये भवन जीर्ण शीर्ण हो चुके है जिनमें गाय एवं अन्य पशु बांधे जा रहे हैं। उक्त नये भवनों की दीवारे क्षतिग्रस्त हो चुकी है, टाइल्स एवं कोटा स्टोन वाला फर्श पूरी तरह डेमेज हो चुका है, भवन के दरवाजे एवं खिड़किया चोरी की जा चुकी हैं। इस संबंध में बीएमओ मुकेश जैन ने मंत्री यादव को बताया कि उक्त भवनों का निर्माण लोक निर्माण विभाग के ठेकेदार द्वारा किया गया था जो आज दिनांक तक चिकित्सा विभाग को हैण्डओव्हर नहीं किया गया है। इस संबंध में मंत्री यादव ने भवनों के निर्माण संबंधी पूरी जानकारी एकत्र करने एवं मामले के दोषी के विरूद्ध जांच कराये जाने की बात कही। उन्होंने चिकित्सालय परिसर में निर्मित हो रहे 6 अवासीय क्वाटरों के निर्माण हेतु जगह के चयन पर चर्चा की एवं चिकित्सालय परिसर को अतिक्रमण मुक्त करने एवं शापिंग काम्पलेक्स निर्माण पर भी चर्चा कर उक्त मुद्दों को रोगी कल्याण समिति की बैठक में शामिल किये जाने के निर्देश दिये।
पत्रकारों से चर्चा के दौरान चिकित्सालय के कर्मचारियों के मनमाने रवैये के संबंध मंत्री हर्ष यादव ने कहा कि जो कर्मचारी अधिकारी नसीहत को अमल में नहीं लायेंगे उनके विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जायेगी जिसमें माफी की कोई गुंजाइश नही होगी। लापरवाह अधिकारी कर्मचारी अपने रवैये में बदलाव नहीं लाये तो कार्रवाई को तैयार रहें।
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