नरेंद्र इंगले, ब्यूरो चीफ, जलगांव (महाराष्ट्र), NIT:
“उम्मीदवारों के फीडबैक पर हमें यकिन है, मुझे पता है हरीयाणा में कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है”, हरीयाणा प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष कुमारी शैलजा का आत्मविश्वास से भरा यह बयान उन तमाम सर्वे एजेन्सियों के एक्झीट पोल्स के लिए करारा जवाब था जो मतदान के पहले ही हवा का रुख तय करने में जुटे थे। वाकई हरीयाणा विधानसभा की 90 सीटों के नतीजे भी ठीक उसी तरह ही आए हैं। यहां सबसे बडी पार्टी बनकर उभरी भाजपा बहुमत से 6 सीटें दुर है। महाराष्ट्र की 288 सीटों के नतीजे लगभग स्पष्ट होते नजर आ रहे हैं। ग्राफिक्स के अनुसार भाजपा-शिवसेना महायुती को 154, कांग्रेस महागठबंधन को 108 अन्य को 26 सीटें मिली हैं। भाजपा के संकटमोचक तथा जलसंपदा मंत्री गिरीश महाजन ने जामनेर सीट से 1 लाख 14 हजार वोट अर्जित कर 35 हजार वोटों के अंतर से जीत हासिल की है। एनसीपी के प्रतिस्पर्धी प्रत्याशी संजय गरुड को 79 हजार 700 वोट मिले हैं, वहीं पार्टी के पूर्व मंत्री एकनाथ खडसे की बेटी भाजपा प्रत्याशी रोहिणी खडसे को अपनी मुक्ताईनगर सीट से हार का सामना करना पडा है। यहां एनसीपी से समर्थन प्राप्त निर्दलिय उम्मीदवार चंद्रकांत पाटील ने जीत का परचम लहराया है।
मीडीया से मुखातिब होते हुए पूर्व मंत्री खडसे ने मंत्री गिरीश महाजन की कार्यशैली पर तीखे तंज कसे हैं। जलगांव की 11 सीटों में कांग्रेस गठबंधन ने 2 सीटें जीती हैं। कल तक विपक्ष को 40 सीटों तक सिमटने का बयान देने वाले गिरीश महाजन के अभिभावक जिले नासिक में कांग्रेस गठबंधन ने 15 में से 7 सीटों पर जीत हासिल कर उत्तर महाराष्ट्र में भाजपा से कुल 16 सीटें झटक ली है। राज्य की सातारा लोकसभा सीट पर एनसीपी के श्रीनिवास पाटील ने भाजपा के उदयनराजे भोसले को 1 लाख से अधिक वोटों से हराया है। परली सीट पर मौजूदा मंत्री पंकजा मुंडे को एनसीपी के धनंजय मुंडे ने 25 हजार वोटों से धूल चटा दी है वहीं कर्जत सीट से मंत्री राम शिंदे को एनसीपी के रोहित पवार ने हरा दिया है। पश्चिम तथा उत्तर महाराष्ट्र, मराठवाडा में कांग्रेस गठबंधन का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक अच्छा रहा है। समाचार लिखे जाने तक नतीजों में टीवी मीडिया के मुताबीक भाजपा 99, शिवसेना 58, NCP 57, कांग्रेस 55 और अन्य 30 इस तरह के रुझान बताए जा रहे हैं। निर्वाचन आयोग द्वारा आधिकारिक नतीजों की घोषणा प्रतिक्षारत है। नतीजों के बाद महायुती से लडे भाजपा शिवसेना ने स्वतंत्र पत्रकार परीषद का आयोजन किया जिसमें शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सत्ता में समसमान न्याय की बात कहकर भाजपा को कड़ा संदेश दिया है। कुल मिलाकर नतीजों की समीक्षा के बाद एक बात साफ़ हो गयी है कि यह अखंड जनादेश बिल्कुल नहीं है जो पुर्ण रुप से भाजपा के पक्ष में दिया गया हो फ़िर भी देर-सबेर ही क्यों न हो राज्य में भाजपा की सरकार बनना तय है। एजेन्सियों के हवाले से एक तरफ़ा एक्झीट पोल्स दिखाने वाली राज्य की उन्नीस बीस मीडिया को इन नतीजों ने आईना दिखाने का काम किया है। सूबे में ग्राऊँड जीरो की असलियत यही है कि राज्य में परिवर्तन की अंडर करंट लहर प्रभावी रही है जिसके संकेत शायद नतीजों के आंकडों ने दे दिए हैं।
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