आतंकवादियों से शेर की तरह लड़कर शहीद हुए 23 साल के फौजी हेमराज जाट, तिरंगा लेकर अंतिम विदाई देने के लिए पहुंचे लोग | New India Times

रहीम शेरानी हिंदुस्तानी, अजमेर (राजस्थान), NIT:

आतंकवादियों से शेर की तरह लड़कर शहीद हुए 23 साल के फौजी हेमराज जाट, तिरंगा लेकर अंतिम विदाई देने के लिए पहुंचे लोग | New India Times

जम्मू कश्मीर के पूंछ सेक्टर में एलओसी पर पाकिस्तान की ओर से की गई फायरिंग में शहीद हुए अजमेर जिले के वीर सपूत हेमराज निठारवाल को मंगलवार को हजारों लोगों ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी। उनका अंतिम संस्कार पैतृक गांव अजमेर जिले के रूपनगढ़ के भदून गांव में किया गया। शवयात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
बता दें कि अजमेर जिले के रूपनगढ़ उपखण्ड के भदूण स्थित सामली ढाणी निवासी मात्र 23 वर्षीय हेमराज निठारवाल ने 1 सितम्बर 2019 को एलओसी पर दुश्मनों से लोहा लेते हुए अपने प्राणों की बाजी लगा दी थी। हेमराज का पार्थिव शरीर सोमवार रात रूपनगढ़ पहुंची जिसे अंतिम दर्शन के लिए पुलिस थाने में रखवाया गया था।

यह लोग भी पहुंचे अंतिम विदाई देने…

यहां बड़ी संख्या में लोग अंतिम दर्शन को पहुंचे। सुबह पार्थिव देह को गांव भदून के श्मशान स्थल तक ले जाया गया, जहां पर चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा, सांसद भागीरथ चैधरी, विधायक सुरेश टांक, सुरेश रावत, जिला कलेक्टर विश्वमोहन शर्मा, एसपी कुंवर राष्ट्रदीप सहित अन्य ने पुष्पचक्र अर्पित कर शहीद को श्रद्धांजलि दी।

बाजार रहे बंद
राजकीय सम्मान के साथ पार्थिव शरीर को बड़े भाई बंशीलाल व अन्य ने मुखाग्नि दी। इस दौरान सभी की आंखे नम नजर आईं। लोगों ने हेमराज जाट अमर रहे के नारों से क्षेत्र को गूंजायमान कर दिया। मंगलवार को आस-पास के सभी बाजार बंद रहे। रूपनगढ़ मार्बल मण्डी में भी प्रतिष्ठान बंद रहे।


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