अशफाक कायमखानी, जयपुर, NIT; यूपी में योगी सरकार के आने के बाद प्रदेश में जारी अवैध बूचडखाने बंद कराने को लेकर अखबारात व चैनल्स ने खूब बढा चढा कर इसे दिखाया कि शायद देश की असल समस्या ही यही अवैध बूचड़खाने हैं, जो अब पुरी तरह दूर होकर हमको निजात मिल जायेगी। जबकि भारत का हर नागरिक चाहता है कि देश में हो रहे अवैध कार्य अगर बंद होते हैं तो इसे अच्छाई व सभी के भले के तौर पर लेना चाहिये। पहली शुरुवात अवैध बूचड़खाने बंद करवाने की हो रही है तो हर भारतीय को इसमें सहयोग करते हुये इसको अच्छे काम की तरह लेना होगा वहीं कुछ लोग इस समस्या से मुस्लिम समुदाय को कहीं ना कहीं जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। उनके इस मकसद में मुस्लिम समुदाय को किसी भी स्तर पर ट्रेप कतई नहीं होना चाहिये।
योगी सरकार के आने के बाद भाजपा शासित राज्यों में अवैध बूचड़खाने बंद किए जाने की कार्यवाई हो रही है।यूपी में इस आदेश के अगले दिन झारखंड में भी अवैध बूचड़खानों पर ताला लगाने का आदेश हुवा था। अब भाजपा सरकार वाले चार राज्य राजस्थान, उतराखंड, छतीसगढ़, और मध्य प्रदेश में भी कार्यवाही की जा रही है।राजस्थान में जारी आदेश के मुताबीक जयपुर में एक अप्रैल से अवैध बूचड़खानों के खिलाफ कार्यवाही करना तय हुआ है। हालांकि अवैध बूचड़खानों को बंद करने की कार्यवाई सरकारी स्तर पर अमल में लाई जाती है तो उसमें सभी को सहयोग करना चाहिये, वहीं सरकार को यह भी तय करना चाहिये कि इस कार्यवाही के बहाने कुछ लोग अशांति ना फैला पायें।
कुल मिलाकर यह है कि अखबारात व चैनल्स पर लगातार अवैध बूचड़खानों को बंद करने के सम्बन्धित आ रही खबरों के बाद किसानों के यहां से बूढी बैंस व पाडा खरीद में काफी कमी देखी जाने लगी है। वहीं उनकी दरों में भी काफी गिरावट देखी जा रही है।
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