परशुराम साहू, देवरी/सागर (मप्र), NIT:
जनपद पंचायत देवरी के ग्राम पंचायत कासखेडा के ग्राम पिपरिया में आदिवासी टोला के रहवासी आजादी के 70 सालों बाद भी मूलभूत सुविधाओं की कमी के कारण जूझ रहे हैं। आज भी वारिश के मौसम मे सडक निर्माण न होने के कारण स्वास्थ्य सेवाओं एवं स्कूली बच्चों को आवागमन में भारी असुविधा व परेशानियों का सामना करना पड रहा है। चूकिं शासन मुख्य सडक से जोडने के लिए प्रधानमंत्री सड़क योजना, मुख्यमंत्री सड़क योजना एवं अन्य योजनाओं द्वारा ग्रामीणों को मुख्य सड़क से जोड़ने के कार्य किए जा रहे हैं लेकिन विगत 30 वर्षों से ग्राम पंचायत कासखेडा का आदिवासी टोला आज भी जनप्रतिनिधियों की लापरवाही के चलते वारिश के मौसम में आने जाने के लिए पैदल नंगे पैर बच्चों को एवं बीमार व्यक्तियो को खटिया पर लिटाकर उक्त टोला से लगभग 2 किलोमीटर चलकर मुख्य सडक पर आना पड रहा है।
जनपद पंचायत से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम पिपरिया आदिवासी टोला विकास से कोसों दूर है, शायद इससे अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है कि शासन की योजनाओं का लाभ ग्राम के अंतिम पंक्ति के लोगों को किस तरह मिल रहा होगा। सोचनीय पहलू यह है कि जब विकासखंड से लगे हुए टोलों का यह हश्र है तो दूर दराज के ग्रामों की क्या स्थिति होगी।ग्राम पंचायत कासखेडा के ग्राम पिपरिया आदिवासी टोला के धनश्याम आदिवासी ने बताया कि वारिश के मौसम मे बीमार होने की स्थिति मे मरीज को खाट पर लिटाकर मुख्य सडक तक जाना पड़ता है तब कही स्वास्थ्य सेवा का लाभ मिल पाता है।प्रेमरानी आदिवासी ने बताया कि हम लोग वृद्ध हैं और लाठी लेकर चलते हैं बीमारी की स्थिति मे इलाज कराने नहीं जा पाते।कमोवेश यही स्थिति स्कूली बच्चों की है।जिन्हें अभिभावक कंधो पर बैठाकर स्कूल ले जाना पडता हैं।ग्रामीणों ने बताया कि अनेकों बार सी.एम.हेल्पलाइन पर भी शिकायत की गई है परंतु आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गई और न ही आवागमन के लिए सडक निर्माण कार्य किया गया जिससे सभी पिपरिया आदिवासी टोला के लोग नरकीय जीवन जीने को मजबूर हैं अनेकों बार शिकायत करने के बाद न ही कोई जनप्रतिनिधि ने ध्यान दिया
क्या कहते हैं जिम्मेदार
इस संबंध में जनपद पंचायत सीईओ का कहना है कि अभी वारिश मे यकोई निर्माण कार्य नहीं हो सकता है मगर पहुचकर देखते है।जो भी तात्कालिक व्यवस्था बन सकेगी उसे करने का प्रयास करेंगे: पूजा जैन, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत देवरी।
इस संबंध मे सचिव का कहना है कि उक्त आदिवासी टोला में सुदूर सड़क पर योजना के अंतर्गत कार्य कराया जाएगा परंतु अभी बारिश में उक्त कार्य नहीं हो सकता, बारिश के बाद कार्य कराया जाएगा: दिनेश पाराशर, सचिव ग्राम पंचायत कासखेडा।
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