बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन जाना है भोले को जल चढ़ाना है की गूंज के साथ श्रंगेश्वर तीर्थ से कावड़ यात्रा उज्जैन के लिए हुई रवाना | New India Times

रहीम हिंदुस्तानी, ब्यूरो चीफ, झाबुआ (मप्र), NIT:

बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन जाना है भोले को जल चढ़ाना है की गूंज के साथ श्रंगेश्वर तीर्थ से कावड़ यात्रा उज्जैन के लिए हुई रवाना | New India Times

झाबुआ जिले के प्रसिद्ध तीर्थ श्रंगेश्वर महादेव से करीब 35 कांवड़ियों ने माही नदी का पवित्र जल कलश में भरकर अपनी कावड़ लिए, श्रंगेश्वर महादेव मैं विराजित नवीन शिवलिंग के दर्शन वंदन कर अपनी कावड़ यात्रा की शुरुआत की।
सभी कावरियों में बड़ा ही उत्साह देखा गया कावड़ यात्री बाबा महाकाल के जय जयकार लगाते चल रहे थे ! हम आपको बता दें कि यह पेड़ से अति प्राचीन होकर अति मनोरमणीय भी है, तीर्थ के एक तरफ मधु कन्या नदी और दूसरी तरफ माही नदी बहती है और दोनों ही नदी का समागम स्थल है।
श्रंगेश्वर धाम यह स्थान किसी पर्यटक स्थल से कम नहीं है। बताया जाता है कि यहां के जल को स्पर्श मात्र से मस, सफेद दाग जैसी बीमारियां भी दूर होती हैं और साथ ही इस तीर्थ पर बाबा महाकाल पंचमुखी हनुमान जी, माही माता जी एवं ब्रह्मलीन महंत श्री श्री 1008 काशी गिरी जी महाराज की प्रतिमा विराजमान है। उक्त कावड़ यात्रा बाबा महाकाल मित्र मंडल के नेतृत्व में श्रंगेश्वर से झकनावदा, धतुरिया, लाबरिया, राजोद, बदनावर, इंगोरिया होते हुए उज्जैन की ओर प्रस्थान करेगी साथ ही उज्जैन पहुंच कर सभी कावड़ियां बाबा महाकाल का माही नदी के जल से जलाभिषेक कर अपनी यात्रा पूर्ण करेंगे। समिति के सदस्य चंद्रशेखर राठोर ने बताया कि हमारी यात्रा का तृतीय वर्ष है प्रतिवर्ष सदस्य बढ़ते हैं ओर हम हमारे स्वयं की व्यवस्था से कावड़ यात्रा ले जाते हैं।


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By nit

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