लोकतंत्र के महापर्व में 105 वर्ष के मतदाता सहित 18 वर्ष के नव मतदाताओं ने भारत की क़िस्मत बदलने के लिए दिया वोट | New India Times

मेहलक़ा अंसारी, बुरहानपुर/खंडवा (मप्र), NIT:

लोकतंत्र के महापर्व में 105 वर्ष के मतदाता सहित 18 वर्ष के नव मतदाताओं ने भारत की क़िस्मत बदलने के लिए दिया वोट | New India Times

विश्व के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश के महापर्व के अवसर पर खंडवा संसदीय क्षेत्र के सातवें और अंतिम चरण के चुनाव में 105 वर्ष के मतदाताओं सहित 18 वर्ष के युवाओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। बड़े नेता तो प्रतिदिन अखबारों की सुर्खियों में आते हैं। भाजपा उम्मीदवार नंद कुमार सिंह चौहान ने अपने पैतृक गांव शाहपुर में अपनी पत्नी के साथ अपने धार्मिक रीति रिवाज और परंपरा अनुसार पूजा पाठ करके अपने मताधिकार का उपयोग किया। बुरहानपुर के निर्दलीय विधायक ठाकुर सुरेन्द्र सिंह शेरा भैया ने भी ग्राम झिरी में अपनी पत्नी के साथ वोट डाला। कांग्रेस उम्मीदवार अरूण यादव ने नए घर से निकलते समय अपनी मां का आशीर्वाद और सफलता की दुआऐं लेकर निकले। नेपानगर के बदनापुर में 105 वर्षीय बुज़ुर्ग ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। ग्राम मोहद में एक दुल्हे ने मताधिकार का उपयोग करने के बाद शादी की परंपरा को अंजाम दिया।

लोकतंत्र के महापर्व में 105 वर्ष के मतदाता सहित 18 वर्ष के नव मतदाताओं ने भारत की क़िस्मत बदलने के लिए दिया वोट | New India Times

मध्यप्रदेश की सबसे बड़ी पंचायत एमागिर्द अंतर्गत निज़ामुद्दीन कालोनी के एक युवा वोटर मोहम्मद हसनैन इब्न डाक्टर एस एम शकील, जिनका पहली बार वोट आया, उनसे गुफ़्तुगु की गई तो उन्होंने अपनी तात्कालिक प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि विश्व के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश का सहभागी बनने पर गौरांवित मेहसुस कर रहा हूं। इस प्रतिनिधि ने जब इस नवयुवक से उसके शैक्षणिक कैरियर के संबंध में जानकारी चाही तो उसने बताया कि मैं एमबीबीएस करने का इच्छुक हुं तथा मैं नीट की परीक्षा दिया हुं। इससे स्पष्ट है कि मुस्लिम समाज के नवयुवक शिक्षा के क्षेत्र में बहुत अच्छा करने की भावना रखते हैं। वैसे बुरहानपुर में 74.88 प्रतिशत और नेपानगर में 79.11 प्रतिशत मतदान की जानकारी शाम 7 बजे की स्थिति में एक अधिकारी द्वारा दी गई है। सर्वे में यह बात सामने आई है कि इस बार राजनैतिक पार्टियों ने अपने सियासी वर्कर की संख्या भी सीमित करके अपना बजट बचाया है। वहीं शासन स्तर पर मतदान के प्रति मतदाताओं को जागरूक करने का जो अभियान चलाया गया है तथा मस्जिद के इमामों ने भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उसके नतीजे में मतदान में उत्साह दिखाई दिया। खंडवा संसदीय क्षेत्र में मुख्य मुक़ाबला कांग्रेस के अरूण यादव और भाजपा के नंद कुमार सिंह चौहान के दरम्यान है। अब देखना यह है कि इनमें से किसकी क़िस्मत का सितारा बुलंदी पाता है और आगामी 5 वर्ष के लिए ताज कौन पहनता है ??


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By nit

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