अबरार अहमद खान/नसीम शेख, भोपाल (मप्र), NIT:
लोकसभा चुनाव-2019 के महामुकाबले की तैयारियां इस समय पूरे देश में ज़ोरो पर चल रही हैं। मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों पर होने वाले चुनाव में अधिकतर सीटों पर मुख्य पार्टियां कांग्रेस और भाजपा ने अपने-अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी हैं लेकिन भारतीय जनता पार्टी को भोपाल लोकसभा सीट के लिए अभी तक कोई बड़ा नाम नहीं मिला है। भोपाल लोकसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री वरिष्ठ कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह कांग्रेस की टिकट पर मैदान में हैं। भोपाल लोकसभा सीट के साथ ही ग्वालियर, इंदौर और विदिशा जैसी हाई प्रोफ़ाइल सीट पर भी भाजपा अपने उम्मीदवारों के नामों का एलान नहीं कर पाई है।
भोपाल सीट से पहले पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, कैलाश विजयवर्गीय, भोपाल महापौर आलोक शर्मा और वर्तमान विधायक आलोक संजर का नाम चला था लेकिन ये नाम समय के साथ ही हवा हो गए। इसी दौरान आरएसएस की साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने भोपाल सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने का एलान कर दिया था और अभी भी भारतीय जनता पार्टी हाई कमान प्रज्ञा ठाकुर के नाम पर विचार कर रहा है।
प्रज्ञा सिंह ठाकुर आरएसएस की पसंद हैं लेकिन भाजपा प्रज्ञा सिंह ठाकुर को भोपाल लोकसभा सीट से टिकट देने में हिचकिचा रही है इसकी सबसे बड़ी वजह साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर का हिंदुत्व के मुद्दे पर कट्टर होना होना है और आए दिन हिंदुत्व को लेकर विशेष समुदाय के खिलाफ ज़हर उगलना भाजपा के लिए मुश्किल खड़ी कर सकती है।
साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर की कट्टरता और विचारधारा की वजह से भाजपा उन पर दांव खेलने में कसमसा रही हैं। मालेगाँव बम ब्लास्ट की मुख्य आरोपी रही प्रज्ञा ठाकुर को कोर्ट ने आरोप से बरी कर दिया था लेकिन मुस्लिम समाज ने अभी तक साध्वी को बरी नहीं किया हैं।
प्रज्ञा ठाकुर को अगर भोपाल सीट से प्रत्याशी घोषित किया जाता हैं तो इतना तय हैं की हिन्दू समाज का वोट बट जाएगा। क्योंकि एक तरफ कांग्रेस के वरिष्ठ और कद्दावर नेता दिग्विजय सिंह हैं जो अपने को हिंदूवादी नेता कहते हैं और नर्मदा परिक्रमा करके दिग्विजय सिंह ने ये साबित भी कर दिया हैं। कमलनाथ सरकार में मंत्री पीसी शर्मा ने तो यहाँ तक कह दिया था की दिग्विजय सिंह भगवान् राम के वंशज हैं वही कमलनाथ सरकार के एक और मंत्री आरिफ अक़ील ने भी दिग्विजय सिंह को हिंदूवादी नेता बताया हैं।
भोपाल लोकसभा क्षेत्र में चार लाख पचास हज़ार मुस्लिम मतदाता हैं अगर साढ़े चार लाख मुस्लिम वोट कांग्रेस को मिलते हैं और हिन्दू वोट कांग्रेस,भाजपा में बट जाते हैं तो कांग्रेस के लिए भोपाल लोकसभा सीट जीतना आसान हो जाएगा। इसीलिए भाजपा प्रज्ञा ठाकुर के नाम पर मोहर लगाने में हिचकिचा रही हैं। क्योंकि भाजपा अपनी परंपरागत भोपाल सीट पर कब्ज़ा बरकरार रखना चाहती हैं।
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