अब्दुल वहीद काकर, धुलिया(महाराष्ट्र), NIT;
रविवार की रात हिरे वैधकीय महाविद्यालय तथा अस्पताल में इलाज़ के बीच लापरवाही बरतने के कारण एक मरीज़ की मौत हो गई थी। जिसमें ड़ॉक्टर की शिकायतरपर 9 हमलावरो के खिलाफ शहर पुलिस ने मामला दर्ज किया था। इस प्रकरण में एक संदिग्ध अपराधी ने पुलिस थाने के शौचालय में रहस्यमय टंग से फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी।
पुलिस कस्टडी में प्रताड़ना से युवक की मौत के आरोपों से फ़िलहाल साफ़ इंकार कर रही है। पुलिस अधिकारियों ने मृतक क शव का पीएम इंन कैमरा कराया है। मामले की जांच CID ने शुरू कर दी है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार शहर पुलिस की कस्टडी में युवक की मौत की घटना की जाँच पड़ताल करने पांच अधिकारियों का एक दल सी आई डी अधिक्षक रमेश गायकड़ , उप अधिक्षक गणेश चौधरी ने मामले से जुड़े पुलिस कर्मी ,कागज़ात , शौचालय, लाकअप कस्टडी कमरे की बारीक़ी से जांच शुरू की है। कुछ पुलिस कर्मियों के बयान भी क़लम बंद किये गए हैं। प्रदीप वेताल आत्माहत्या कांड में कुछ पुलिस कर्मियों पर कार्यवाही सी ई डी जांच में होने की संभावना शहर थाने के पुलिस कर्मियों में सुनी जा रही है।
- मृतक प्रदीप के परिजन एवं समाज के नागरिकों ने निकाला मोर्चा
प्रदीप वेताल के भाई एवं समाज जनो ने जिला अधिकारी कार्यालय पर मोर्चा निकाल कर ज़िला अस्पताल के ड़ॉक्टर रोहन मामुनकार के ख़िलाफ़ आईपीसी की धारा 304 ,307 के तहत मामला दर्ज करने की मांग का ज्ञापन सौंपा गया है। वडार समाज जनों ने ज्ञापन में आरोप लगाया है कि ड़ॉक्टर की लापरवाही के कारण शत्रुघ्न लश्कर की मौत हुई है, वहीं दूसरी ओर प्रदीप की मौत को भी डॉक्टर रोहन के ही कारण हुई है। इस पूरे मामले को लेकर परिजनों ने ज़िला अस्पताल के ड़ॉक्टर रोहन मामुनकर के खिलाफ करवाई करने के लिए जमकर प्रदर्शन किया।
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