- स्पेशल रिपोर्ट:
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद अब सरकार बनाने की तैयारी चल रही है। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिली है जबकि पंजाब में कांग्रेस भी पूर्ण बहुमत में है। अब सभी की निगाहें गोवा और मणिपुर पर टिकी हैं। 40 सीटों वाले राज्य गोवा में कांग्रेस को 17 और बीजेपी को 13 सीटें मिली हैं।यहां कांग्रेस को 4 और बीजेपी को 8 सीटें दरकार हैं। वहीं 60 सीटों वाली मणिपुर में कांग्रेस को 28 और बीजेपी को 21 सीटें मिली हैं। यहां कांग्रेस को 3 और बीजेपी को 10 सीटें दरकार हैं। इन दोनों राज्यों में सत्ता के खेल में सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद भी कांग्रेस बीजेपी से मात खा रही है। गोवा में सरकार बनाने के लिए रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने अपना दावा भी पेश कर दिया है और कल वह मुख्यमंत्री पद का शपथ भी लेने जा रहे हैं। वहीं मणिपुर में भी बीजेपी ने राज्यपाल के सामने बहुमत हासिल होने का दावा किया है लेकिन अभी तक राज्यपाल ने कोई फैसला नहीं लिया है। यहां कांग्रेस भी बहुमत हासिल होने का दावा कर रही है।गोवा और मणिपुर में बीजेपी के द्वारा बहुमत साबित करने और सरकार बनाने का दावा पेश करने को लेकर देशवासियों में यह चर्चा का विषय बना हुआ है कि आखिर क्या वजह है कि कांग्रेस 3-4 सीटें हासिल नहीं कर पा रही है और बीजेपी 8-10 सीटें हासिल करने का दावा पेश कर सरकार बनाने जा रही है? कई बड़े सियासी लीडरों ने बीजेपी पर निशाना साधा है और उस पर विधायकों के खरीद व फरोख्त का आरोप लगाया है।
- पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने भारतीय जनता पार्टी पर गोवा और मणिपुर में जनादेश के ख़िलाफ जाने का आरोप लगाया है।
चिदंबरम ने कहा है कि जो पार्टी दूसरे नंबर पर है उसे सरकार बनाने का कोई हक़ नहीं है। चिदंबरम ने ट्वीट किया, “एक ऐसी पार्टी जो दूसरे नंबर पर आई है उसे सरकार बनाने का कोई अधिकार नहीं है। बीजेपी गोवा और मणिपुर में चुनाव (बहुमत) चुरा रही है।”
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी पर गोवा में सत्ता के लिए छोटे दलों और निर्दलीय विधायकों को लुभाने को लेकर निशाना साधा। उन्होंने गोवा में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी कांग्रेस को सत्ता से दूर रखने के लिए भाजपा को आड़े हाथों लिया। सिंह ने ट्वीट किया, “पैसे की ताकत ने लोगों की ताकत पर विजय हासिल की है। मैं गोवा के लोगों से माफी मांगता हूं क्योंकि हम सरकार बनाने के लिए समर्थन नहीं दे सकते।”
- दिग्विजय सिंह ने कहा कि गोवा में पैसे की राजनीति और संप्रदायिक ताकतों के खिलाफ कांग्रेस का संघर्ष जारी रहेगा।
मणिपुर में सरकार बनाने को लेकर संग्राम जारी है, यहां बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही बहुमत होने का दावा कर रही हैं। हालांकि इस बीच बीजेपी ने कांग्रेस के एक विधायक को तोड़ कर अपने खेमे में मिला लिया है और 32 विधायकों के समर्थन का दावा किया है।
बीजेपी के उत्तर पूर्वी भारत के प्रभारी राम माधव और हिमंत बिस्व शर्मा ने राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला के सामने एक अनौपचारिक शक्ति प्रदर्शन में 32 विधायकों की परेड कराई है, इनमें कांग्रेस विधायक एंड्रो श्याम कुमार और तृणमूल कांग्रेस के विधायक रविंद्र सिंह भी शामिल थे।
- गोवा के सीएम बनने जा रहे मनोहर पर्रिकर के रक्षामंत्री पद से इस्तीफे के बाद यह मंत्रालय एक बार फिर अरुण जेटली के पास आ गया है। वित्तमंत्री जेटली को रक्षा मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
राष्ट्रपति भवन से इस बाबत बयान जारी कर बताया कि मनोहर पर्रिकर का रक्षा मंत्री पद से इस्तीफा स्वीकर कर लिया गया है और इसके बाद अब केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली को रक्षा मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
नवंबर 2014 में पर्रिकर के रक्षा मंत्री बनने से पहले यह मंत्रालय जेटली के पास ही पास था। वहीं पर्रिकर मंगलवार शाम गोवा के नए सीएम पद की शपथ लेने जा रहे है और इसी वजह से उन्होंने नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया।
पर्रिकर इससे पहले 2000 से 2005 और 2012 से नवंबर 2014 तक गोवा के सीएम रह चुके हैं और विधानसभा चुनाव में बहुमत से पीछे रह गई बीजेपी को अन्य दलों ने पर्रिकर को फिर से राज्य की कमान सौंपने की सूरत में ही समर्थन देने का वादा किया था।
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