फराज़ अंसारी, ब्यूरो चीफ, बहराइच (यूपी), NIT:
भारतीय जनता पार्टी का दामन छोड़ कांग्रेस का हाथ थामने वाली बहराइच की सांसद सावित्री बाई फुले ने एक बयान में कहा कि बीजेपी दलितों की पार्टी नहीं है, पिछड़ों की पार्टी नहीं है बल्कि पूंजीपतियों की पार्टी है। बीजेपी के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में केवल पूंजीपति ही आगे बढ़े हैं और गरीबों, मजदूरों और किसानों का कोई फायदा नहीं हुआ है और उन्हें कोई लाभ नहीं मिला है। सांसद सावित्रीमाई के इस बयान ने बहराइच जिले में सियासी हलचल पैदा कर दी है।
कुम्भ, मन्दिर और पुजारियों का विरोध करने वाली फायर ब्राण्ड पूर्व सांसद सावित्री बाई फुले ने अपने चुनाव प्रचार की शुरूवात सैय्यद सालर मसूद गाज़ी की दरगाह और पांडव कालीन सिद्धनाथ मन्दिर में मत्था टेक कर की। इस बाबत पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं भारत के संविधान पर विश्वास करती हूँ, भारत का संविधान धर्म निरपेक्ष संविधान है, भारत के संविधान का सम्मान करते हुए कल मैं दरगाह और आज मन्दिर गई।
प्रधानमंत्री पर व्यंग करते हुए उन्होंने कहा कि देश के चौकीदार पर से देश की जनता का विश्वास उठ चुका है, भारत का अरबों रूपया विदेश चला गया वह भी देश के चौकीदार की पहरे दारी में। जहाँ देश का गरीब, मज़दूर, किसान को आशा थी कि गरीब का बेटा प्रधानमंत्री बनेगा तो हमारा विकास होगा, हम आगे बढ़ेंगे, देश में महंगाई कम होगी, देश में भ्र्ष्टाचार खत्म होगा लेकिन नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बड़े लोग और बड़े होते गए हैं, गरीब, पिछड़ा, आदिवासी और गरीब होते गए और हमारा किसान आज भुखमरी का शिकार है।
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