मकसूद अली, यवतमाल ( महाराष्ट्र ), NIT; यवतमाल जिले में नवजात शिशु को अपने अस्पताल में दाखिल करने से मना करने वाले पुसद के बालरोग व नवजात शिशु तज्ञ डा. रवींद्र वडते (जाधव) पर कडी कार्रवाई करने की मांग मस्जिद वार्ड पुसद निवासी सैयद जहिरोद्दीन सैयद मुझरोद्दीन (सामाजिक कार्यकर्ता) ने की है। इस मांग का ज्ञापन उन्होंने जिलाधिकारी यवतमाल और जिला शल्य चिकित्सक यवतमाल को भी सौंपी है।सौंपे गए ज्ञापन में सै.रहिरोद्दीन सै. मुझफरोद्दीन ने कहा कि वह 9 मार्च को अपनी पत्नी सौ. सिद्दीका परवीन ज.सै. जहिरोद्दीन की चव्हाण हास्पिटल एंड क्रिटिकल केअर सेंटर पुसद में डा.मनिषा राठोड़ ने दोपहर 1 बजे सिझर किया। उनकी पत्नी ने एक पुत्र को जन्म दिया। सिझर करते समय यहां बालरोगतज्ञ डा.रविंद्र वडते जाधव भी उपस्थीत थे। उन्होंने बच्चे को चेक किया और उनसे पाचसौ रूपये भी लिए। डाॅ. वडते ने कहा कि वे अपने शिशु को उनके अस्पताल में लाकर दाखिल करें, तब सै.जहिरोददीन ने उन्हें कहा वे अपने फॅमीली डाक्टर आरीफ अहेमद हास्पीटल में ले जाएगे। वे डा.आरीफ के यहां गए तब उनका अस्पताल बंद था, जिससे वे डाॅ वडते के हास्पिटल में शिशु को ले गए लेकिन वहाँ डाॅ वडते ने कहा कि वह उनके शिशु को इस अस्पताल में दाखिल नहीं कराएंगे।आप अपने फॅमीली डाक्टर से ही इलाज करवाओ, ऐसा कह कर सै.जहीरोद्दीन को अस्पताल से जाने को कहा गया।डाॅ रविंद्र वडते जाधव की गैरजिम्मेदारी से उन्हे भरी धुप मे नवजात शीशु को अन्य अस्पताल में दाखिल करने के लिए भटकना पडा जिससे नवजात शिशु की तबीयत और खराब हो गई। उनके शिशु को डाॅ.तुशार पवार ने अपने अस्पताल में दाखिल करवा लिया। डाॅ.रवींद्र वडते जाधव की वजह से शिशु को तुरंत इलाज उपलब्ध नही होने से उसकी हालत ओर खराब हुई, इसके लिए डाॅ.वडते को जिम्मेदार होने का आरोप भी सै.जहिरोद्दीन ने इस ज्ञापन में किया है। अपने जिम्मेदारी से पल्ला झाडने वाले और ग्राहक से असभ्य बर्ताव करनेवाले डाॅ.वडते पर कडी कार्रवाई करने की मांग जिलाधिकारी को सौंपे ज्ञापन में सै.जहिरोद्दीन सै.मुझफरोद्दीन ने की है।
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