संदीप शुक्ला, ब्यूरो चीफ, ग्वालियर/डबरा (मप्र), NIT:
अंचल के किसान आज भी अपने गन्ने के भुगतान के लिए कभी प्रशासन की चौखट पर तो कभी धरने पर बैठे हुए है लेकिन पीड़ित किसानों की फरियाद कोई भी अधिकारी सुनने को तैयार नहीं हैं। दो दर्जन से अधिक किसान शुगर मिल के सामने विगत 20 दिनों से लगातार धरना दे रहे हैं उसके बावजूद भी आज तक प्रशासन के किसी भी जिम्मेदार अधिकारी ने उन पीड़ित किसानों के बीच पहुंचकर उनकी पीड़ा नहीं सुनी और ना ही किसी प्रकार का कोई आश्वासन उन पीड़ित किसानों को मिला जो कई वर्षों से अपने भुगतान की मांग करते आ रहे हैं।
पीड़ित किसानों ने कहा कि हमारे द्वारा एसडीएम के समक्ष आवेदन भी दिया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई किसानों का कहना था कि बुधवार को ग्वालियर कलेक्टर महोदय के सामने पहुंचकर अपनी फरियाद रखेंगे अगर कलेक्टर द्वारा सुनवाई नहीं की गई तो हम सभी किसान धरने पर बैठेंगे और मध्य प्रदेश के मुखिया कमलनाथ को भी किसानों की पीड़ा से अवगत कराएंगे।
दि ग्वालियर शुगर कंपनी लिमिटेड विगत 10 वर्षों से बंद पड़ी हुई है, मिल प्रबंधन द्वारा इस फैक्ट्री को किसी अन्य व्यक्ति ने बेच दी है.. जो धीरे-धीरे शुगर मिल से मशीनें निकाल रहा है किसानों का आरोप है हम जब तक सामान नहीं निकलने देंगे तब तक हमें हमारा भुगतान नहीं मिल जाए।
दरअसल दी ग्वालियर शुगर कंपनी कई वर्षों से बंद पड़ी हुई है गन्ने का भुगतान सिर्फ किसी एक किसानों का नहीं बल्कि कई किसानों का करोड़ों रुपए का भुगतान हैं कुछ किसान तो ऐसे भी हैं जिनको मालिकों द्वारा चेक भी प्रदान किए गए थे लेकिन खाते में पैसा न होने के कारण आज भी किसानों के पास चेक और टोकन व भुगतान पर्ची के साथ साथ शुगर मिल द्वारा दिए गए 50% भुगतान के बाद शेष बचा भुगतान के बाउचर भी उपलब्ध है जिनका भुगतान आज दिनांक तक भी किसान को नहीं मिला लेकिन उनकी पीड़ा सुनने वाला कोई भी अधिकारी नहीं है किसानों ने मीडिया कर्मियों को यह भी बताया कि बुधवार को किसानों का प्रतिनिधिमंडल कलेक्टर ग्वालियर से मिलेगा।
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