रहीम शेरानी, ब्यूरो चीफ, झाबुआ (मप्र), NIT:
झाबुआ जिला के मेघनगर में पिछले कई वर्षो से आसपास के ग्रामीण क्षेत्र में मेघनगर के औद्योगिक क्षेत्र के जहरीले केमिकल के कारखानों से निकला हुआ जल एवं वायु प्रदूषण का दंश झेल रही क्षेत्र की जनता को अब कांग्रेस सरकार से यह उम्मीद जागी है कि वर्षों से इस मेघनगर के औद्योगिक क्षेत्र के जहरीले केमिकल के कारखानों से निकले अपशिष्ट पदार्थ की चपेट में आ चुके मेघनगर विकास खण्ड़ के सैकड़ों गांव का भू-जल पीने योग्य तो क्या खेती करने लायक तक नहीं बचा है। जमीनें बंजर हो रही हैं। पिछले कई वर्षों से नगर की जागरूक जनता नगर विकास समिति, नगर बचाव समिति एवं नगर के युवा साथियों ने कांग्रेस के केंद्रीय मंत्रीयों के साथ मिलकर कई बड़े आंदोलन कर जहर उगलने वाले कारखानों को बंद करने की मुहिम चलाई थी लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। पिछले 15 वर्षो तक रही भाजपा सरकार ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के साथ मिलकर ट्रिटमेंट प्लांट लगाने की बात कही थी किंतु यह सब बाते ख्याली पुलाव होकर किताबों के पन्नों में ही सिमट कर रह गईं। अब मेघनगर एवं आसपास की ग्रामीण जनता का वक्त है, बदलाव के साथ कांग्रेस सरकार की ओर निगाहें टक टकी लगाकर बैठी हुई हैं कि यह प्रदूषित कल कारखानें कब बंद होंगे। जिसको लेकर झाबुआ जिला कांग्रेस का प्रतिनिध मंडल सोमवार को मेघनगर औद्योगिक क्षेत्र के कार्यालय पर ऐक्शन मोड पर दिखा। विधायक वीरसिग भूरीया की पहल पर एस.डी.एम ने की थी शेल केम फार्मा को सील। पिछले दिनों नवगत एस.डी.एम. प्रीति संघवी झाबुआ प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी दल बल के साथ मेघनगर औद्योगिक क्षेत्र में चल रहे जहर उगलने वाले प्रदूषित कल कारखानों पर कानूनी नकेल कसने हेतू कई केमिकल प्लांटों पर छापामार कारवाही करते हुए सील किया था।
ए.के.वी.एन. कार्यालय में कोई भी अधिकारीगण मौजूद नहीं थे, दूरभाष पर चर्चा करने पर अधिकारी सिंह ने पल्ला झाड़ लिया।
सोमवार को मेघनगर में चल रहे प्रदूषित कल कारखानों को बंद करवाने हेतू कांग्रेस का प्रतिनिधि मंडल जब औद्योगिक कार्यालय पर पहुंचा तो कार्यालय में कोई भी अधिकारी उपस्थित नहीं था, जिस पर कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल एवं युथ कांग्रेस के प्रदेश सचिव मनीष बद्येल ने औद्योगिक अधिकारी सिंह से दूरभाष पर बातचीत की तो सिंह द्वारा प्रदूषण फैला रहे कल कारखानों के विषय में मेरे अधिकार क्षेत्र में कोई भी कार्यवाही ना करने की बात कही गई। बद्येल ने जब कहा की आपको चेतावनी दी जा रही है कि आप ऐसे प्रदूषण फेला रहे कल कारखानों के धन्ना सेठों से सांठ-गांठ करना छोड़ दें नहीं तो इसके नतीजे अच्छे नहीं होंगे। बद्येल एवं प्रतिनिधयों ने कहा कि यदि प्रदूषित फैक्ट्रियां मनमाने ढ़ंग से चलती रहीं तो भूख हड़ताल एवं बड़ा आंदोलन की जाएगी। उक्त मुददे को लेकर कांग्रेसियों ने कहा कि मेघनगर के स्थाई निवासियों को रोजगार मुहिया ना करा कर अन्य राज्यों से मजदूरों को बुला कर कंपनी व कारखानों में लगा लिया जाता है जिससे स्थानीय मजदूर लगातार पलायान करने के लिए मजबूर हो रहे हैं। उक्त विरोध हेतू कांग्रेस की नेत्री ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष शायदा भाबर, मेघनगर नगर परिषद उपाध्यक्ष पति मेहबूब सुलेमान, रोशन बारिया, अरुण ओहरी, शाहरुख खान, दिलीप देवाणा, संगीता कटारा, अफसाना, पप्पु मुणीया, सोहेल शेरानी एवं कई ग्रामीण कांग्रेसी कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे।
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