रहीम शेरानी, ब्यूरो चीफ झाबुआ (मप्र), NIT:
महान क्रांतिकारी समाजवादी नेता, प्रखर सांसद, पूर्व रक्षा मंत्री, इमरजेंसी की तानाशाही के विरुद्ध तीव्र संघर्ष करने वाले क्रांतिकारी नेता, एक समय बम्बई (वर्तमान मुम्बई) के सबसे बड़े ट्रेड यूनियन लीडर, जिसकी एक आवाज़ पर पूरा मुम्बई बन्द हो जाता था, देश में अब तक की सबसे बड़ी रेल हड़ताल के नायक, बेमिसाल वक्ता और हर अन्याय का पुरजोर तरीके से विरोध करने वाले संघर्षशील राजनेता जॉर्ज फर्नांडिस का 88 वर्ष की उम्र में लम्बी बीमारी के बाद दिल्ली के एक अस्पताल में निधन हो गया है। (जन्म 3 जून 1930 मैंगलोर, निधन 28 जनवरी 2019 दिल्ली)
श्रद्धांजलि देवास 114 पंचशील पार्क दिल्ली में दी गई श्रद्धांजलि
राजेश बैरागी समाजवादी ने बताया कि जॉर्ज फर्नांडिस ने मामा बालेश्वर दयाल के साथ समाजवादी आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई। वह मुद्दों पर बात चीत और चर्चा कर निश्चित करते थे। आगे समाजवादी नेता राजेश बैरागी बताया कि मामा बालेश्वर दयाल के खास कागजात दस्तावेज मुझे देते थे लेकिन आज जॉर्ज फर्नांडीज साहब हमारे बीच नहीं रहे। हमने समाजवादी आंदोलन के एक अप्रतिम योद्धा और डॉ. लोहिया के अनुयाई जॉर्ज साहब को खो दिया है। वे अल्ज़ाइमर की बीमारी के कारण लम्बे समय से सार्वजनिक जीवन से दूर थे, लेकिन उनकी भौतिक उपस्थिति उनके समाजवादी कार्यकर्ताओं के लिये बड़ा सम्बल था। जॉर्ज साहब को स्वाइन फ्लू की चपेट में आने के कारण हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। जॉर्ज साहब के निधन से आज समाजवादी आंदोलन की वह पीढ़ी समाप्त हो गयी जिसने राजनीति में ‘सिविल नाफरमानी’ को एक हथियार के रूप में इस्तेमाल कर गरीब, शोषित, पीड़ित, किसानों, मजदूरों और सर्वहारा वर्ग के हक के लिये सतत संघर्ष किया। जॉर्ज साहब को भावभीनी श्रद्धांजलि।
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