अबरार अहमद खान, भोपाल, NIT; ‘विचार मध्य प्रदेश’ द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार आज होशंगाबाद के पीपल चौक पर मोहासा-बाबई औद्योगिक क्षेत्र से लगे गांव के आम लोगों ने ‘कोका कोला हटाओ आंदोलन’ के प्रदर्शन में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।
सभा को सम्बोधित करते हुए पूर्व विधायक व विचार मध्य प्रदेश के श्री पारस सकलेचा ने प्रदेश के मुखिया की नियत पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि इस क्षेत्र की धरती पर कोका कोला जैसी विदेशी कंपनी के लगाये जाने से न केवल प्रदेश व देश की आर्थिक क्षति होगी बल्कि भूमि, जल, कृषि व पर्यावरण बुरी तरह से प्रभावित होंगे। श्री सकलेचा ने सवाल किया कि सरकार बताये कि उस फैक्ट्री से कौनसा रसायन निकलेगा और उसका समायोजन कहाँ और कैसे किया जायेगा ? उन्होंने कहा कि खुद मंत्री कुसुम मेहदेले ने कहा था कि पन्ना में एक विदेशी कंपनी रियो टिंटो हीरे लेकर भाग गई थी, फिर शिवराज सिंह चौहान पुनः एक विदेशी कंपनी को क्यों बुला रहे हैं?सभा को संबोधित करते हुए श्री अक्षय हुँका ने प्रदेश के मुखिया श्री शिवराज सिंह चौहान पर ही तीखा सवाल करते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में आप नर्मदा सेवा यात्रा निकाल रहे हैं ताकि जनता को जागरूक किया जा सके कि कैसे नर्मदा को प्रदूषित होने से रोका जाए। फिर उस यात्रा की मूल भावना के पूर्णतः उलट मोहासा-बाबई औद्योगिक क्षेत्र में कोका कोला की फैक्ट्री खोले जाने की बात कहा तक जायज है? स्पष्ट है कि सरकार की कथनी और करनी में जमीन और आसमान का अंतर है। स्वयं मुख्यमंत्री जी जानते हैं कि इस फैक्ट्री के खुलने से न सिर्फ नर्मदा प्रदूषित होगी, बल्कि क्षेत्र की खेती के साथ ही भूजल भी खराब होगा, फिर वो फैक्टरी यहाँ कैसे लग रही है ? सभा को संबोधित करते हुए विक्रांत राय ने भी कोका कोला प्लांट का विरोध करते हुए मांग किया कि कोका कोला फैक्ट्री को यहाँ न खोला जाए।
सभा में श्री विनायक परिहार, श्री चंद्र कान्त मलैया, श्री लक्ष्मी नारायण सोनी, श्री मुकेश तिवारी, श्री योगेश साहू, श्री कुलभूषण पारासर, श्री अशोक शर्मा, श्री राज प्रकाश मिश्र समेत कई आंदोलनकारियों ने अपने विचार रखते हुए कोका कोला फैक्ट्री का पुरजोर विरोध किया है। धरने के बाद कलेक्टर के माध्यम से मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया।
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