सलमान चिश्ती, ब्यूरो चीफ रायबरेली (यूपी), NIT:
रायबरेली जिले के सेमरी चौकी के अंतर्गत स्थित सार्वजनिक वितरण प्रणाली की सरकारी दुकान के कोटेदार राम शंकर साहू ने 10 बजे सुबह में ट्रैक्टर-ट्राली पर 31 बोरी गरीबों का सरकारी अनाज का लाद कर कालाबाजारी के लिए ले जा रहा था जिसे ग्रामीणों ने देख लिया और सरकारी राशन से लदे ट्रैक्टर-ट्राली को पकड़कर खीरों थाने पहुंचा दिया।
जब पकड़े गये राशन की सूचना उच्चाधिकारियों तक पहुंची तो संबन्धित विभाग की पूर्ति निरीक्षक कौमुदनी पाल थाने पहुंचकर राशन के सम्बंध में जानकारी ली।
जहां एक ओर योगी सरकार गरीबों के निवाले को लेकर सख्त है वहीं अनेकों बार पकड़े गये सरकारी राशन में लीपा-पोती कर कोटेदार को बचाने का सिलसिला अधिकारियों द्वारा जारी जिससे क्षेत्रीय नागरिकों का विभाग द्वारा कार्यवाही किए जाने का भरोसा टूट चुका है। उल्लेखनीय है कि कोटेदारों द्वारा गरीबों का निवाला बेचे जाने का यह कोई नया मामला नहीं है। विगत 28 जुलाई को विकास खण्ड कार्यालय के सामने ट्रैक्टर-ट्राली पर लदे सरकारी राशन को पूर्व उपजिलाधिकारी राकेश कुमार गुप्ता ने जनता के सामने पकड़ा था और उस ट्रैक्टर-ट्राली पर लदे राशन को पुलिस की देख रेख में लालगंज ले जाया गया था। क्षेत्रीय नागरिकों को उम्मीद थी कि गरीबों के निवाले पर डाका डालने वाले कोटेदारों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही होगी किन्तु कार्यवाही तो दूर रही आज-तक पकड़े गये राशन का खुलासा तक नहीं हो सका है कि पकड़ा गया राशन कहां से लाया जा रहा था और कहां ले जाया जा रहा था। वहीं 15 सितंबर को खीरों कस्बा स्थित सार्वजनिक वितरण प्रणाली की सरकारी दुकान के कोटेदार सुनील कुमार के दरवाजे से 12 बजे रात कालाबाजारी का राशन पकड़ा गया था। अभी तक उस पर कार्यवाही ही हो रही है। इन सब को देखते हुए ग्रामीणों में आक्रोश की भावना व्याप्त है।
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