फराज़ अंसारी, ब्यूरो चीफ बहराइच (यूपी), NIT:
बहराइच जिला में ग्राम सभाओं में पंचायती राज व्यवस्था को मजबूती प्रदान करने का सपना ध्वस्त नजर आ रहा है क्योंकि यहां करोड़ों रुपयों की लागत से बने मिनी सचिवालय या पंचायत भवन बेमतलब साबित हो रहे हैं। प्रशासन की लापरवाही और ग्राम प्रधानों की उदासीनता के चलते ये पंचायती भवन अंतिम सांसें गिन रहे हैं। अधिकांश भवनों पर गांव के ही लोगों ने कब्जा कर रखा है। इनमें कभी भी ग्राम सभा की बैठकें नहीं होतीं।
फखरपुर ब्लाक क्षेत्र में बने मिनी सचिवालय या पंचायत भवन बेमानी साबित हो रहे हैं। इन भवनों को कहीं पर गोशाला बनाकर तो कहीं पर अवैध कब्जा करके उन्हें आवास का रूप दे दिया गया है। फखरपुर ब्लाक क्षेत्र के कुंडसपारा गांव में बने पंचायत भवन पर अवैध कब्जा है।जब से बना है तभी से गांव के ही एक व्यक्ति ने अपना रैन बसेरा बना रखा है । सराय जगना के वजीरगंज बाजार में बना मिनी सचिवालय का भवन बनने के बाद से ही उपेक्षित है। इसका कोई पुरसाहाल नहीं है और जर्जर हो गया है।करोड़ो रुपयों की कीमती जमीन पर भूमाफियों की नजर गड़ी हुई है। खपुरवा गांव में भवन के अंदर आंगनबाड़ी केंद्र चल रहा है। ग्राम सभा बमयारी में बने पंचायत भवन की हालत सबसे दयनीय है। इसके अंदर न तो खिड़की है, न ही दरवाजे। यही हाल ब्लाक क्षेत्र के टेंडवा अल्पी मिश्र गांव के बगीचे में बने पंचायत भवन का है। इसमें भी कभी बैठक नहीं हुई है।
इसी तरह गजाधरपुर, टेंडवा उजार,कचना पुर,अजीज पुर सहित तमाम ग्राम सभाओं में बने पंचायत भवन उपेक्षा का दंश झेल रहे हैं। इन पर भले ही लाखों रुपया खर्च हुए हाें मगर इनकी सार्थकता पर बड़ा प्रशभनचिह्न लगा हुआ है।
खण्ड विकास अधिकारी तेजवंत सिंह बताते है
मैं पता करवा रहा हूं कि इन पंचायत भवनों या मिनी सचिवालयों में बैठकें क्यों नहीं हो रही हैं। जल्दी ही जांच करवाकर,बदहाल भवनों को ठीक कराकर इन भवनों को क्रियाशील बनाया जाएगा। अबैध कब्जेदारी हटवाई जायेगी वजीरगंज में बने पंचायत भवन को काया कल्प में ले लिया गया है जल्द ही काम सुरु होगा।
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