अब्दुल वाहिद काकर ब्यूरो चीफ धुळे/नंदुरबार (महाराष्ट्र), NIT:
महाराष्ट्र के पर्यटन मंत्री जयकुमार रावल ने नंदुरबार जिले के सारंगखेड़ा में चेतक महोत्सव के दौरान सारंगखेड़ा में दत्त जयंती के अवसर पर पूजा अर्चना की। भगवान दत्ता की आरती की पालखी समारोह उत्सव पर्यटन मंत्री जयकुमार रावल के हाथों से निकाला गया था। पालखी उत्सव में, चेतक समारोह समिति के जयपाल सिंह रावल, जिला कलेक्टर मल्लीनाथ कालसेठी, पुलिस अधीक्षक संजय पाटिल ट्रस्टी और बड़ी संख्या में भक्त उपस्थित रहे हैं।
घोड़ों के पारंपरिक बाजार के साथ महाराष्ट्र पर्यटन विकास महामंडल ने चेतक महोत्सव को आयोजित करने के कारण इस वर्ष महोत्सव का आयोजन शानदार तरीके से आयोजन किया है। विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से इस आयोजन की रौनक बढ़ाई है। इस महोत्सव के माध्यम से देश-विदेश के पर्यटन इस संभाग की ओर आकर्षित हो रहे जिसके कारण उत्तर महाराष्ट्र के पर्यटन विकास को बढ़ावा मिलने की बात पर्यटन मंत्री जयकुमार रावल ने कही है।
देश का सबसे पुराना घोड़ा बाजार नंदुरबार जिले के सारंगखेड़ा में शुरू हुआ। यह यात्रा दत्त जयंती के अवसर पर अपने पूरे उरूज़ पर रहती है लाखों की संख्या में सैलानी पर्यटक और भक्तों की भीड़ उमड़ती है .देश में इस यात्रा का अश्व प्रेमी को बेसब्री से इंतजार रहता है। सारंग खेड़ा घोड़ा बाजार की यह 300 साल पुरानी परंपरा हर साल तेजस्वी घोड़ों के कारण आकर्षित होती है।
नंदुरबार जिले के सारंगखेड़ा में श्री दत्त जयंती के अवसर पर मार्गशीर्ष शुद्ध पूर्णिमा के उपलक्ष्य में देश का यह पुराना घोड़ों का बाजार अपने पूरे शबाब रहता है जिसमे हर नस्ल और उम्र के उच्च स्तरीय प्रशिक्षित जाति के घोड़े बिक्री के लिए आते हैं । पिछले तीन सौ सालों से घोड़ा बाजार है। यहां आध्यात्मिक और आध्यात्मिक परिवेश का अनूठा संगम है। एक ओर जहाँ एक ओर सिद्धिदात्री का मंदिर है, वहीं हर साल सारंगखेड में मनाया जाता है, इस अनोखे त्योहार में दत्त के दर्शन करने आते हैं। अश्व प्रेमी घोड़ों के बाजार में दुनिया के कोने-कोने से आते हैं।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि हर साल की तरह इस वर्ष भी इस महोत्सव में देशभर के विभिन्न प्रजातियों के तीन हजार से अधिक घोड़े सहभागी हुए हैं। सारंगखेड़ा की दत्त मंदिर यात्रा के लिए महाराष्ट्र सहित गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। अब तक चेतक महोत्सव में देश विदेश से लाखों सैलानी सहभागी हुए हैं और सारंगखेड़ा के इस पारंपरिक घोड़े बाज़ार को अधिक व्यापक रूप देने के लिए चेतक महोत्सव शुरू किया गया है। जनवरी 2019 तक चलने वाले इस महोत्सव का आनंद उठाने के लिए भेंट देने का आह्वान मंत्री ही रावल ने किया है।
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