शेख नसीम/सरवर खान, भोपाल (मप्र), NIT:
मध्यप्रदेश में श्री कमलनाथ ने आज कई गणमान्य लोगों की उपस्थिति में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और मुख्यमंत्री बनने के लगभग एक घंटे बाद ही किसानों के कर्ज माफी की फाइल पर हस्ताक्षर कर चुनाव के समय किए गए वादे को पूरा कर दिया।
मध्यप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज भोपाल के जम्बूरी मैदान में भव्य शपथ ग्रहण कार्यक्रम में कांग्रेस के नेता कमलनाथ को मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। कमलनाथ मध्य प्रदेश के 18 वें मुख्यमंत्री बन गए हैं।
28 नवम्बर को हुए मतदान में कांग्रेस ने 114 सीटें जीतकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था। बसपा के 2 सपा का 1 और 4 निर्दलीय विधायकों का समर्थन कांग्रेस को मिला है, इस तरह कांग्रेस ने राज्यपाल को 121 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा था। 230 विधानसभा सीटों के विधानसभा चुनाव में हुए मतदान में सरकार बनाने के लिए 116 सीटें जीतना जरुरी थी।
इस शपथ ग्रहण समारोह में राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह, शरद यादव, शरद पवार, चंद्रबाबू नायडू, के एम स्टालिन, फ़ारुख़ अब्दुल्ला, नवजोत सिंह सिद्धू, मलिकार्जुन खड़के और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विशेष रूप से उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री बनने के एक घंटे बाद ही किसानों के कर्ज माफी फाइल पर किए हस्ताक्षर
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री की कमान संभालते ही कमलनाथ ने अपने वादे को पूरा करते हुए किसानों की कर्जमाफी की फाइल पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने अपने वचन पत्र में जनता से जो वादे किए थे, उनमें से सबसे अहम वादा किसानों की कर्जमाफी का ही था और कुर्सी गंवाने के बाद शिवराज सिंह चौहान ने भी कहा था कि वो उम्मीद करते हैं कि कांग्रेस की सरकार आते ही 10 दिनों के भीतर किसानों की कर्जमाफी की जाएगी। अब कमलनाथ ने अपने वादे पर खरा उतरते हुए कर्जमाफी की फाइल पास कर दी है। कमलनाथ सरकार ने राज्य के किसानों का 2 लाख रुपये तक कर्ज माफ करने का आदेश दे दिया है।
निवर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी इस समारोह में शिरकत की। उन्होंने यहां मौजूद तमाम कांग्रेसी और गैर-बीजेपी दलों के नेताओं से मुलाकात की। कई मौकों पर वो मुस्कराते भी दिखे साथ ही उन्होंने शपथ ग्रहण के बाद कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के हाथ पकड़कर जनता का अभिवादन किया।
इससे पहले कमलनाथ ने कहा था कि सीएम बनने के बाद उनकी पहली प्राथमिकता किसानों की कर्ज माफी है। मीडिया के साथ बातचीत में उन्होंने कहा था कि कर्ज माफी कोई जुमला नहीं है, बल्कि किसानों का एक भरोसा है। कमलनाथ ने कहा था कि किसान कर्ज में जन्म लेता है, कर्ज में मरता है।उन्होंने दावा किया कि उनके शासनकाल में चीजें बदलेंगी। कमलनाथ ने कहा कि उनकी पार्टी वचनपत्र में लिखे गए वादों को पूरा करेगी। उन्होंने कहा कि गोशाला पर किए गए वादे को भी वे पूरा करेंगे।
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