अबरार अहमद खान, भोपाल, NIT; मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में 21 फरवरी को चलती बस में जेबकटी का विरोध करने पर कमल सिंह नामक व्यक्ति ने अपनी जान गंवा दी थी। जिसके बाद भोपाल पुलिस ने जेब कतरों के खिलाफ एक अभियान चलाया है। लेकिन उसके बावजूद जेब कतरों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वह आज भी पर्स मारने से नहीं चूक रहे हैं। एक मामला पुलबोगदा जहाँगिराबाद के सामने पेश आया है जहां पर एक जेबकतरे को चलती बस में रंगे हाथों पकड़ कर पुलिस के हवाले किया गया है। इस घटना ने भोपाल पुलिस द्वारा जेबकतरों के खिलाफ चलाई जा रही मुहिम की पोल खोल कर रख दी है।
प्राप्त जानकारी केअनुसार रामस्वरूप पुत्र प्यारेलाल गौर निवासी गौहरगंज जिला रायसेन ने भोपाल के भारत टाकिज से बस पकड़ कर अपने घर के लिये निकला था।लेकिन बस में सीट ना मिलने के कारण वह खड़ा था। इसी बीच पीछे खड़े एक युवक ने पैंट के पीछे वाली जेब में रखे पर्स को निकाल लिया। जैसे ही पर्स चोरी होने का एहसास हुआ तो उसने अपने पीछे खड़े युवक से शक के बिना पर पूछताछ की तो वह विरोध कर बस से कूदने का प्रयास किया। बस में मौजूद लोगों की मदद से उसे पकड़ कर जहांगिराबाद थाने लाया गया। थाना जहांगिराबाद पुलिस द्बारा जब उसकी तलाशी ली गयी तो उसके पास से पर्स बरामद हुआ। पकड़े गये आरोपी ने अपना नाम मोहम्मद सुहेल 24 वर्ष पुत्र बबलू पलम्बर उर्फ नफीसूद्दीन निवासी बाग़ फरहत अफजा ऐशबाग़ बताया है। थाना जहांगिराबाद पुलिस का कहना है कि पर्स चोरी के जुर्म में धारा 379 आईपीसी के तहत मामला दर्जरकर आरोपी को गिरिफ्तार कर लिया गया है।
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