संविधान व लोकतंत्र बचाने के लिए किया गया जेल भरो आंदोलन | New India Times

मकसूद अली, ब्यूरो चीफ यवतमाल (महाराष्ट्र), NIT:

संविधान व लोकतंत्र बचाने के लिए किया गया जेल भरो आंदोलन | New India Times

संविधान व लोकतंत्र बचाने के अभियान के अंतर्गत देश में 4 नवंबर को जेल भरो आंदोलन का आयोजन किया गया था। इसके तहत स्थानीय डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के पुतले के पास जेल भरो आंदोलन किया गया।

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गुजरात सरकार ने अहमदाबाद में होने वाले समारोपीय कार्यक्रम की इजाजत रद्द कर कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया है और साथ ही गुनाह भी दाखिल किया है। इस मामले का निषेध भी इस समय किया गया। ईवीएम मशीन रद्द कर बॅलेट पेपर पर चुनाव कराने की मांग इस मौके पर की गई।

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इस आंदोलन मे बहुजन क्रांती मोर्चा के जिला संयोजक विजयराज शेंगेकर, कुंदा तोडकर, इम्रान शेख, सारिका भगत, ॲड. अनिल किनाके, प्रशांत मुनेश्वर, नवीन भगत, मुधाने, अर्चना कयापाक, इंदू मोहार्लीकर, आकाश चंदनखेडे, प्रमोद कांबळे, नीलेश पिंपरे, धनराज चव्हाण, अजय गजभे, गजानन लेनगुरे, अशोक भोयर, कैलास मुनेश्वर, संदीप कांबळे शामलि हुए थे।


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