अबरार अहमद खान, बड़वानी/भोपाल, NIT;
एक शिक्षक होना महज नौकरी नहीं है, बल्कि एक महत्वपूर्ण सामाजिक दायित्व है। देश में आने वाली पीढ़ी कैसी होगी, यह एक शिक्षक की सोच पर ही निर्भर करता है। प्राथमिक स्कूल के शिक्षक की जवाबदारी तो और अधिक महत्वपूर्ण होती है। इसी भावना के साथ बड़वानी जिले में राजपुर स्थित प्राथमिक विद्यालय क्रमांक-4 की शिक्षिका सुश्री कमला जमरे ने बच्चों को शिक्षित करने के लिये अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है।
राजपुर प्राथमिक विद्यालय क्रमांक-4 की शिक्षिका सुश्री कमला जमरे ने स्वयं के खर्च से स्मार्ट क्लॉस के लिये सुविधायें जुटाई हैं। उन्होंने एलसीडी टी.व्ही., शुद्ध पेयजल के लिये आर.ओ. मशीन, रेडियो और म्यूजिक सिस्टम स्कूल के लिये खरीदे हैं। शिक्षिका सुश्री कमला ने विद्यालय परिसर में जन-भागीदारी से बगीचा भी तैयार करवाया है, जहाँ बच्चों के लिये झूला और फिसलपट्टी लगवायी है।
इसी शाला में पदस्थ एक अन्य शिक्षिका सुश्री राखी सोनी ने बच्चों को स्वच्छ पर्यावरण में रखने, पढ़ाने की जिम्मेदारी का उत्कृष्ट उदाहरण पेश किया है। जन शिक्षक श्री नवीन गुप्ता ने मीडिया को बताया कि क्षेत्र की अन्य दो प्राथमिक शालाओं में भी एलसीडी टी.व्ही. के माध्यम से बच्चों को पढ़ाने की पहल शुरू की गई है।
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