पंकज शर्मा, धार (मप्र), NIT;
साक्षरता प्रेरक संघ जिला धार के ब्लॉक अध्यक्ष एवं प्रेरक साथियों द्वारा अपनी सेवा बहाली को लेकर विधायक, सांसद, जन प्रतिनिधियों से विगत 6 माह से गुहार लगाई जा रही है लेकिन इन साक्षरता संविदा प्रेरकों की नियुक्ति संविदा आधार पर होने एवं 6 वर्ष कार्य करने के बाद भी शासन ने 31 मार्च 2018 से म.प्र. के 24 हजार साक्षरता संविदा प्रेरको की सेवा समाप्त कर बेरोजगार कर दिया, जिसमें धार जिले के 1400 प्रेरक शामिल हैं। तभी से म .प्र. के सभी साक्षरता प्रेरक जनप्रतिनिधि, विधायक, सांसद, मुख्यमंत्री जी से सेवा बहाली एवं समायोजितीकरण के लिये निवेदन एवं गुहार लगाई जा रही है लेकिन रोजगार एवं सेवा बहाली के लिए तरसते इन साक्षरता प्रेरकों की शासन की ओर से कोई पहल नहीं की गई है। शासन के इस रवैये के प्रति एवं बेरोजगारी के कारण सभी साक्षरता प्रेरक आर्थिक एवं मानसिक रूप से पीड़ित हैं और शासन के प्रति रोष व्याप्त है। इनके रोजगार एवं भविष्य के लिये माननीय मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान को धार जिले में जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान अलग अलग- अलग ब्लॉकों के ब्लॉक अध्यक्ष द्वारा उमरबन ब्लॉक अध्यक्ष मुकेश सोलंकी, कुक्षी ब्लॉक अध्यक्ष पवन बर्फा, निशरपुर ब्लॉक अध्यक्ष योगेश मंडलोई, बाग ब्लॉक अध्यक्ष एवं सरदारपुर ब्लॉक अध्यक्ष शंकर परमार द्वारा चेतावनी ज्ञापन दिया गया जिसमें यह मांग की गई है कि इनके 6 वर्ष संविदा की सेवा को देखते हुए सेवा बहाली नहीं की गई तो सरकार के विरोध में धरना-प्रदर्शन कर महा आन्दोलन किया जाएगा।
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