तारिक खान, रायसेन ( मप्र ), NIT; स्कूली बच्चों की ज्ञानवर्धक पुस्तकें पढ़ने में रूचि जगाने तथा उनके व्यक्तित्व के विकास के लिए शुरू किए गए “मिल-बांचे मध्यप्रदेश अभियान” के अंतर्गत रायसेन जिले के स्कूलों में अनेक मंत्री, मुख्य सचिव, कलेक्टर, वरिष्ठ अधिकारी सहित समाज के विभिन्न वर्गो के वालेंटियर्स द्वारा बच्चों को पढ़ाया गया और उनके साथ विचारों का आदान-प्रदान किया गया। रायसेन जिले के सांची विकासखण्ड के ग्राम बारला में शासकीय माध्यमिक विद्यालय में वन मंत्री एवं क्षेत्रीय विधायक डॉ गौरीशंकर शेजवार ने बच्चों को पढ़ाया और उन्हें नैतिक शिक्षा के साथ ही देशभक्ति और उच्च आचरण अपनाने के लिए कहा। उन्होंने तीन अलग-अलग कक्षाओं में जाकर छात्र-छात्राओं को प्रेरक कविताएं और कहानियां सुनाई। उन्होंने कई छात्रों से कविता भी पढ़वाई।
वन मंत्री डॉ शेजवार ने बच्चों को देश के बारे में बताते हुए कहा कि देश गांव, शहर, विकासखण्ड मिलकर जिला बनते हैं और कई जिले मिलकर प्रदेश बनता है और कई प्रदेश मिलकर देश बनता है। उन्होंने सभी बच्चों से कहा कि देश सभी देशवासियों के लिए वंदनीय और मातृ तुल्य होता है। उन्होंने बच्चों को प्रेरक कविता ‘‘देश हमें देता है सब कुछ, हम भी तो कुछ देना सीखे… सूरज हमें रोशनी देता, हवा नया जीवन देती है…..‘‘ सुनाई। उन्होंने बच्चों को नैतिक शिक्षा का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि हमें हमेशा दूसरों की सहायता करनी चाहिए। मिल-बांचे मध्यप्रदेश कार्यक्रम के अंतर्गत लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह ने बेगमगंज तहसील के ग्राम सुनवाहा में कक्षा आठवीं के छात्रों को पढ़ाया और उनसे सामान्य ज्ञान के प्रश्न भी पूछे। लोक निर्माण मंत्री श्री सिंह ने बच्चों से कहा कि केवल पढ़ने के लिए पढ़ाई न करें बल्कि कुछ बनने के लिए पढ़े। उन्होंने कहा कि वे अभी से अपना लक्ष्य निर्धारित करें और उसे पाने के लिए कठिन परिश्रम करें। उन्होंने कहा कि परिश्रम किया जाए तो विषम परिस्थितियां भी आगे बढ़ने से नहीं रोक पाती। उन्होंने कक्षा के बच्चों से पूछा कि वे क्या बनना चाहते हैं तो अनेक बच्चों ने शिक्षक बनने की बात कही।
लोक निर्माण मंत्री श्री सिंह ने बच्चों से अपने माता-पिता और गुरूओं का सम्मान करने के साथ ही अच्छी आदतें सीखने के लिए कहा। उन्होंने बच्चों को नियमित पढ़ाई करने और अपने सब काम समय पर करने के लिए कहा। उन्होंने बच्चों से कहा कि वे किसी भी क्षेत्र में अपना कैरियर बनाएं लेकिन एक अच्छे नागरिक जरूर बने।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री सुरेन्द्र पटवा ने मिल-बांचे मध्यप्रदेश कार्यक्रम के अंतर्गत शासकीय बालक माध्यमिक विद्यालय मण्डीदीप में बच्चों को पढ़ाया और उनसे पाठ भी पढ़वाए। उन्होंने बच्चों को बताया कि सरकार कैसे चलती है और इसे कौन चलाते हैं तथा जनप्रतिनिधियों का चयन कैसे होता है। उन्होंने बताया कि सरकार विकास के कार्य करती है लेकिन सरकार को चलाने के लिए लोगों द्वारा जनप्रतिनिधि चुने जाते हैं। चुनाव में समाज की, लोगो की बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में निर्वाचन प्रक्रिया के माध्यम से जनप्रतिनिधि चुने जाते हैं, जो सरकार के द्वारा देश के कल्याण और विकास के लिए काम करते हैं।
प्रदेश के मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह ने मिल-बांचे मध्यप्रदेश कार्यक्रम के अंतर्गत सांची विकासखण्ड के ग्राम खोहा में माध्यमिक विद्यालय के आठवीं कक्षा के छात्रों को पढाया तथा उनसे उनके कैरियर से संबंधित सबाल जबाव भी किये। श्री सिंह ने छात्र-छात्राओं से पाठ का वाचन कराया तथा उच्चारण में आई खामियों को भी सुधारा। उन्होंने बच्चों से कहा कि शब्दों का उच्चारण सही होना चाहिए और इसके लिए बार-बार पढ़कर, बोलकर सुधार लाया जा सकता है। उन्होंने छात्र शेखर, विशाल सिंह तथा अंजली मीना से ‘‘याचक और दाता‘‘ तथा गीता मंत्र पाठ पढ़वाया।
मुख्य सचिव श्री सिंह ने बच्चों से कहा कि यह सही अवसर पर है जब वे अपनी दिशा एवं लक्ष्य तय कर सकते हैं। लक्ष्य को पाने के लिए कठिन परिश्रम करेंगे तो सफलता जरूर मिलेगी। उन्होंने बच्चों से कहा कि उनमें पूरी क्षमता है कि वे जो बनना चाहते हैं वह बन सकते हैं। इसके लिए उन्हें परिश्रम करना होगा। उन्होंने बच्चों से खुद को अपडेट रखने के लिए समाचार पत्र पढ़ने और टीव्ही पर न्यूज चैनल देखने के लिए कहा। मुख्य सचिव श्री सिंह ने बच्चों से चरित्रवान बनने की बात कहते हुए बताया कि चरित्र निर्माण में लम्बा समय लग जाता है लेकिन चरित्र हनन कुछ ही क्षणों में हो जाता है। इसलिए सदैव इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि ऐसा कोई कार्य न करें जिससे चरित्र की हानि हो।
मुख्य सचिव श्री सिंह ने कहा कि मिल-बांचे मध्यप्रदेश कार्यक्रम से प्रत्येक व्यक्ति को जुडना चाहिये और जो लोग इस कार्यक्रम से जुड़े है वह स्वेच्छा से जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम से स्कूलों का जो फीडबेक मिलेगा वह भविष्य में बनने वाली योजनाओं के लिए उपयोगी होगा। उन्होंने कहा कि आज बच्चों को मोटीवेट करने की आवश्यकता है। शैक्षणिक व्यवस्था से जुडे लोग देश का सबसे महत्वपूर्ण कार्य कर रहे है। यह राष्ट्र निर्माण का काम है इसे वह पूरी तनमयता से करें।
पढ़ाई के साथ अच्छी आदतें भी सीखें- कलेक्टर
मिल-बांचे मध्यप्रदेश कार्यक्रम के तहत कलेक्टर श्रीमती भावना वालिम्बे ने सांची विकासखण्ड के ग्राम खोहा एवं वीदपुर के प्राथमिक, माध्यमिक स्कूल में बच्चों को पढ़ाया। उन्होंने बच्चों से कविता, कहानी सुनने के साथ ही उन्हें नैतिक शिक्षा का पाठ भी पढ़ाया।
कलेक्टर श्रीमती वालिम्बे ने बच्चों से कहा कि कई छोटी-छोटी अच्छी आदतें जीवन में बहुत महत्वपूर्ण होती हैं। उन्होंने बच्चों से कहा कि वे जो भी काम करें पूरे मनोयोग से करें। उन्होंने कहा कि केवल पढ़ना ही काफी नहीं है, पढ़ने के अलावा भी अच्छी बातें सीखना चाहिए। अपने शिक्षकों, माता-पिता और सभी बड़ों का कहना मानना चाहिए, उनका आदर करना चाहिए। उन्होंने बच्चों से रोज स्कूल आने और घर पर भी नियमित पढ़ाई करने के लिए कहा।
मिल-बांचे मध्यप्रदेश कार्यक्रम के अंतर्गत उदयपुरा विधायक श्री रामकिशन पटेल ने बरेली तहसील के ग्राम कोटपार गणेश में माध्यमिक स्कूल में बच्चों को पढ़ाया। श्री पटेल ने बच्चों को प्रेरक कहानी भी सुनाई। पठन-पाठन के साथ ही उन्होंने बच्चों से कहा कि कितनी ही विषम परिस्थिति क्यों न हो कभी निराश नहीं होना चाहिए। पूरी दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ आगे बढ़े तथा परिश्रम करें तो निश्चित ही सफलता मिलती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकारी स्कूल के छात्र-छात्राएं भी बड़ी संख्या में मैरिट में आ रहे हैं। यह उनके लगन और परिश्रम से ही संभव हो रहा है।
मिल-बांचे मध्यप्रदेश कार्यक्रम के अंतर्गत जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अनीता किरार ने शासकीय माध्यमिक विद्यालय गढ़ी में तथा प्रमुख सचिव राजस्व एवं पुर्नवास श्री अरूण पाण्डे ने खरबई में बच्चों को पढ़ाया। इसी प्रकार ग्राम खोहा में सचिव पर्यटन एवं मुख्यमंत्री कार्यालय श्री हरिरंजन राव, जिला पंचायत सीईओ श्री स्वरोचिष सोमवंशी, सहायक कलेक्टर श्री हिमांशु चन्द्र तथा डीपीसी श्री वीके नेमा ने मिल-बांचे मध्यप्रदेश कार्यक्रम के तहत बच्चों को पढ़ाया।
जिले की 1856 प्राथमिक एंव 656 माध्यमिक शालाओं में मिल-बांचे मध्यप्रदेश कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें बाड़ी विकासखण्ड में 404 शालाओं में, बेगमगंज विकासखण्ड में 300 शालाओं में, गैरतगंज विकासखण्ड में 283 शालाओं में, औबेदुल्लागंज विकासखण्ड में 404 शालाओं में, सांची विकासखण्ड में 442 शालाओं में, सिलवानी विकासखण्ड में 380 शालाओं में तथा उदयपुरा विकासखण्ड में 399 शालाओं में मिल-बांचे मध्यप्रदेश कार्यक्रम आयोजित किया गया।
जिले में मिल-बांचे कार्यक्रम के अंतर्गत जनप्रतिनिधियों, शासकीय सेवकों सहित कुल 3419 वालेंटियर्स द्वारा प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं में जाकर बच्चों को पढ़ाया गया। जिसमें 501 जनप्रतिनिधि, 454 शासकीय सेवक, 19 अधिवक्ता, 660 अन्य व्यक्ति, 13 इंजीनियर, 121 गृहिणी, 632 छात्र, 12 डॉक्टर, 460 निजी क्षेत्र में कार्यरत व्यक्तियों, 32 मीडियाकर्मी, 106 सेवा निवृत्त व्यक्ति, 6 स्पोर्टस पर्सन, 369 स्व-व्यवसायी तथा 34 स्वैच्छिक संगठन शामिल हैं।
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