रहीम हिंदुस्तानी, झाबुआ (मप्र), NIT;
झाबुआ जिले के मेघनगर में आजादी के 72 वें वर्ष के जश्न में तिरंगा झंडा उठाकर उत्सव तो मना लिया लेकिन जरुरी नहीं की पेड़ और पौधे लगाकर पर्यावरण दिवस व तिरंगा झण्डा उठाकर स्वतंत्रता दिवस की बात की जाये। ये दिवस उन लोगो के लिए भी है जो कड़ी मेहनत कर भारत को कचरे से मुक्त करने का काम कर वो खुद गंदगी में से अपने हिस्से की रोटी, कपड़ा और मकान की जुगाड़ में और अपने परिवार के पालन पोषण के लिए अनजाने ही भारत के लिए मुफ्त में कार्य कर रहे हैं, लेकिन इन्हें दुनिया के लोग सरकार और समुदाय से घृणा करते हें। लेकिन मेघनगर रोटरी क्लब अपना ने एक अनूठी पहल के तहत ऐसे परिवारों को मंच के माध्यम से सम्मानित किए जाने की सराहनी पहल का भी श्री गणेश किया है। इनके बच्चों के भविष्य के बारे में भी चिंता कि जा रही है। सेना मकवाना, साजन मकवाना, दुर्गा, लक्ष्मी, मंजु, कांता, शर्मिला, सोनल, लीला, आदि के परिवारों को प्रतीक चिन्ह व प्रमाण पत्र देकर स्वच्छता अभियान में अहम भूमिका निभाने के लिए सम्मानित किया गया।
प्लास्टिक की पन्नी कूड़ा करकट बीनने वाले परिवार के बच्चों को शिक्षा से जोड़ेगा का रोटरी क्लब अपना
जिस वक्त हमारे और आपके बच्चे कंधे पर बैग और हाथों में बॉटल लेकर स्कूल जाते हैं ठीक उसी समय समाज में कुछ ऐसे बच्चे भी होते हैं जो कूड़ा करकट बीनने के लिए निकलते हैं। जिंदगी की जद्दोजहद और जीवन जीने के लिए गरीबी से लड़ते हुए बच्चों ने कूड़ा करकट को अपनी जीविका का साधन बनाया है। कूड़े करकट के ढेर पर ही वो जिंदगी का फलसफा सीखते हैं। जीने का नज़रिया उन्हें यहीं से मिलता है। झाबुआ जिले में ऐसे ही बच्चों की जिंदगी संवारने का संकल्प रोटरी क्लब अपना के अध्यक्ष श्री महेश प्रजापत एवं भरत मिस्त्री, विनोद बाफना, मेघनगर नगर परिषद के सी एम ओ श्री प्रमोद तोशनीवाल व रोटरी क्लब अपना की टीम द्वारा लिया गया। अब कूड़ा करकट बीनने वाले बच्चों की तकदीर वह तस्वीर बदलने के लिए सिर्फ मानवता के नाते आगे आए हैं। एसे बच्चों को शिक्षित कर अपने पैरों पर खड़ा करना चाहते हैं। ताकि ये भी समाज की मुख्य धारा में शामिल हो सकें। यकीनन राह कठिन है लेकिन इस मुश्किल काम को कर रोटरी क्लब के संकल्प को कर दिखाने का प्रण किया है।
रोटरी क्लब अपना ने असहाय दिव्ययांग श्री मंगा का कृत्रिम पैर निःशुल्क बैठाया
मंगा पिता जवरा जाति पटलिया निवासी मेघनगर जो कि पहले ट्रक पर क्लीनर थे करीब 20 वर्ष पहले सड़क दुर्घटना में एक पैर गवा चुके हैं, तबसे वह दिव्यांग हो चुके हैं। इस बात की जानकारी रोटरी क्लब अपना को मिलने श्री मंगा से संपर्क किया। रोटरी क्लब अपना ने विकलांग पुनर्वास केंद्र झाबुआ में शैलेन्द्र सिंह राठौड़ से सम्पर्क कर मंगा भाई का कत्रिम पैर बनवाया। इस पैर को बनाने वाले टेक्नीशियन भूपेन्द्र पवार ने काफी मेहनत व लगन से कार्य किया। इसके साथ ही स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर बेड़ावली ग्राम की रहने वाली बेटी सु श्री अंजलि मचार को 96 प्रतिशत अंक दसवीं कक्षा में लाने पर रोटरी अलंकरण से सम्मानित किया गया।
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