अशफाक कायमखानी,सीकर (राजस्थान), NIT;
जातिविहीन व सम्प्रदाय विहीन सियासत में पूरी तरह भरोषा करने वाले सीकर जिले के कासली गावं निवासी उसमान खां ने अपना सियासी सफर वामपंथ से करते हुये धोद पंचायत समिती का प्रधान बनकर इंसाफाना पांच साल का प्रधानी कार्यकाल पूरा करते हुये किसान वर्ग के साथ साथ मुस्लिम समुदाय में अपनी गहरी पैठ जमाई है।
पूर्व विधायक कामरेड अमरा राम के वफादार शिष्य के तौर पर जिले में जाने पहचाने जाने वाले पूर्व प्रधान उस्मान खां का असल कार्य क्षेत्र धोद व सीकर विधानसभा क्षेत्र प्रमुख रहा है। जहां के अधीकांश मतदाताओं से उनकी रोजमर्रा की तकलीफों को हल करवाने में सहयोगी की भूमिका में रहने के कारण उनका हर मतदाताओं से सीधा सम्पर्क बन चुका है। खासतौर पर मुस्लिम समुदाय उस्मान खान की कार्य क्षमता व कूशलता से प्रभावित होकर उनसे जूड़ने का प्रयास करते हुये उनको अपनी तरक्की के लिये उम्मीद की किरण मानता है।
सियासत के अखाड़े मे कमजोर पक्ष माने जाने वाला जिले के मुस्लिम समुदाय में कुछ चुनिंदा सियासी शिर्ष नेताओं मे शूमार उस्मान खां ने अपने पांच साल के प्रधान कार्यकाल में जनता की भावनाओं पर खरा उतरते हुये अपने खिदमत ऐ खल्क के दायरे को बढाते हुये सीकर शहर की जनता के मध्य में हरदम रहकर जो मुश्किलात में उनके लिये काम अंजाम दिया है, उसकी मिसाल दूसरी मिलना कठिन माना जा रहा है।
कुल मिलाकर यह है कि पिछले दस साल में वामपंथी दलों में रहकर सियासत करने वाले कुछ मुस्लिम शीर्ष नेताओं में पूर्व प्रधान उस्मान खान कासली का नाम जनता की जुबान पर हरदम लिया जाने वाला नाम बताते हैं। अपने सियासी उस्ताद पूर्व विधायक कामरेड अमरा राम के पदचिन्हों पर चलते हुये जनहित में जारी जन आंदोलनों में वह पार्टी लाइन पर चलते हुये शीर्ष नेताओं के साथ कंधा से कंधा मिलाकर एक सहयोगी की भूमिका निभाते आने से उनके प्रति जनता का विश्वास जमा है।
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