राजस्थान सीकर के मुस्लिम समुदाय की बेटियों ने तेजी के साथ अलग-अलग मैदानों में बढाये कदम | New India Times

अशफाक कायमखानी, जयपुर(राजस्थान), NIT; ​राजस्थान सीकर के मुस्लिम समुदाय की बेटियों ने तेजी के साथ अलग-अलग मैदानों में बढाये कदम | New India Timesसामान्य तौर पर मुस्लिम समुदाय को जदीद तालिम के फिल्ड में अति पिछड़ा माना ही नहीं जाता बल्कि बेटियों की तो तालिमी मैदान मे कोई गिनती करने को भी तैयार नहीं है। पर पुरे भारत से अलग हटकर राजस्थान के सीकर जिले में इसके विपरीत बेटियां अलग-अलग सभी तरह के फिल्ड में आकर कामयाबी की मंजिले पाकर समाज को नई दिशा दे रही हैं।​राजस्थान सीकर के मुस्लिम समुदाय की बेटियों ने तेजी के साथ अलग-अलग मैदानों में बढाये कदम | New India Timesसीकर शहर के एडवोकेट अमीरुद्दीन जाटू व दस्तगीर चौधरी, मेलनर्स सीराजुद्दीन कुरेशी सहित अनेकों की बेटियों में से कुछेक ने MBBS करके पिजी कर रही हैं तो कुछेक बेटियां MBBS कर रही हैं। सीकर के मेडिकल व्यवसाय से जुड़े उस्मान कुरेशी, मेलनर्स मुनान रंगरेज, टिचर मोहम्मद अली, सहित एक दर्जन से अधिक की बेटियां BUMS करके चिकित्सक बन गई हैं। वहीं इतनी ही तादात में सीकर की बेटियां अभी BUMS कर रही हैं। दुसरी तरफ मेलनर्स मोबिन अली की बेटी सहित अनेकोंने BHMS करके चिकित्सक की भुमिका निभा रही हैं। जाजोद की परवीन खान राजस्थान न्यायीक सेवा की अधिकारी है तो फतेहपुर की मुशरर्त पिनारा अपनी तालिमी मयार की ताकत पर ब्रिटीश संसद में व्याख्यान देकर आती है। 

 आज अनगिनत बेटियां इंजिनियरिंग करके आर्मी आफिसर की तैयारी कर रही हैं, तो बडी तादात में इंजिनियरिंग की पढाई भी कर रही हैं। वकालत की पढाई कर रही है तो अनेक बेटिया अब न्यायीक सेवा की तैयारी में मग्न हैं। शिक्षिका के कार्य में तो बडी तादात में बेटियां काम कर रही हैं, वही अनेक तो कालेज लेक्चरार बनने के लिये प्रयत्नशील हैं। दुसरी तरफ शैक्षणिक मैदानों के अलावा सियासी मैदान में भी इन बेटियों ने बडा नाम कमाया है। सीकर, खण्डेला, फतेहपुर व रामगढ शेखावाटी में सभापति व अनेक गावों की सरपंच व पंचायत निदेशक बनकर अच्छा काम करके अपनी काबलियत का लोहा मनवाया है। वहीं सीकर व फतेहपुर से आलग – अलग दलों से विधानसभा चुनावों में उम्मीदवार की दावेदारी के लिये भी बेटियां अब भागदोड़ करना शुरु कर रखा है।​राजस्थान सीकर के मुस्लिम समुदाय की बेटियों ने तेजी के साथ अलग-अलग मैदानों में बढाये कदम | New India Timesकुल मिलाकर यह है कि सभी तरह के मैदानी दोड़ में सीकर के मुस्लिम समुदाय की बेटियां अब किसी भी स्तर पर कमजोर नही हैं। बल्कि चार कदम आगे होकर समाज की आने वाली पिढी को नई सुबह होने का अहसास कराते हुये नई दिशा दे रही हैं। सीकर के हालात आज यह बन गये हैं कि मुस्लिम समुदाय के हर घर में बेटियां स्नात्तक व पीजी के बाद प्रोफेसनल डिग्री की हुई मिलना आम रिवाज बन चुका है। इसके विपरीत तालीम की ताकत पर ही यह बेटियां सियासी जंग भी जीत कर एक अलग मोर्चे की तरफ अपनी बहिनों को राह दिखाने में कामयाब होती लगती हैं। सीकर में अगामी 19-फरवरी के ऐक्सीलेंस नॉलेज सिटी परिसर में सीकर में तालिमी मैदान में मुस्लिम बेटियों के ऐक्सीलेंट काम होने पर उनकी हौसला अफ्जाई के लिये सभी तालिमी इदारों की तरफ से एक महासम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। जिसमें महाराष्ट्र स्टेट में विभिन्न तरह के 65 के करीब शैक्षणिक इदारे चलाने वाली “अंजुमन-ऐ-इस्लाम” तंजीम के सदर जहीर काजी सहित प्रदेश व देश की अनेक मायानाज हस्तिया शिरकत कर रही हैं।


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