हाशिम अंसारी, लहरपुर/सीतापुर (यूपी), NIT; पिछले काफी दिनों से क्षेत्र में बारिश ना होने से सूखे जैसे हालात हो रहे थे, यहां किसान व आम जनमानस काफी परेशान नजर आ रहा था। बारिश ना होने से फसल सूख रही थी इससे किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें गहरी होती जा रही हैं, ऐसे में फसल को बचाने के लिए बरसात का होना बहुत जरूरी था। इस मौके पर लहरपुर ईदगाह में नमाज से पहले मुफ्ती हिलाल अहमद कासमी ने अपने संबोधन में कहा कि बारिश ना होना और जमीन से वाटर लेवल का कम होना हमारे गुनाहों की तरफ एक इशारा है। उन्होंने कहा कि आज अगर हम परेशान हैं तो हम अपने गुनाहों की वजह से, हम गरीबों का हक मार रहे हैं, लोगों पर जुल्मों सितम कर रहे हैं इसलिए ईश्वर ने बारिश को सजा के तौर पर रोक रखा है। हमारे गुनाहों की वजह से इंसान ही नहीं बल्कि जानवर भी परेशान हैं और फसलें बर्बाद हो रही हैं इसलिए आज हम सब ईदगाह में सच्ची तौबा करके अपने रब के सामने गुनाहों की माफी मांगें। इसके बाद कस्बा लहरपुर की ईदगाह में प्रातः 7:00 बजे जमीयत उलमा-ए-हिन्द की आवाज़ पर भारी संख्या में लोग उपस्थित होकर लोगों ने नमाज अदा की व बारिश के लिए दुआ की। मुफ्ती अब्दुल रहमान साहब लहरपुर ने इस्तसका की नमाज के फ़राएज़ को अंजाम दिया। बारिश के लिए आलिम-ए-दीन हजरत कारी समीउद्दीन साहब के नेतृत्व में दुआ मांगी गई।
दुआ होने के बाद शाम करीब 4 बजे बहुत ही अच्छी रहमत वाली बारिश लहरपुर क्षेत्र में देखने को मिली।
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