संदीप शुक्ला/शिल्पा शुक्ला, ग्वालियर (मप्र), NIT; आसमान से बरस रही आग और पेयजल स्रोतों के घटते जल स्तर ने ग्वालियर शहर में पानी का संकट खड़ा कर दिया है। शहर के कई इलाके ऐसे हैं जहां लोग बूंद बूंद पानी के लिए तरस रहे है। कहीं लोगों में पानी के लिए झगडे हो रहे हैं तो कहीं उत्तेजित लोग चक्काजाम कर रहे हैं।
दरअसल ग्वालियर शहर को पानी उपलब्ध कराने वाले एक मात्र जलाशय तिघरा का जल स्तर गर्मियों में बहुत गिर जाता है। प्रशासन के अफसर शहर के लोगों की प्यास बुझाने की चिंता करने के लिए हर साल सर जोड़कर बैठते हैं लेकिन आज तक इस समस्या का स्थाई हल नहीं निकल पाया है। अस्थाई हल निकालते हुए नगर निगम टैंकरों से पानी की सप्लाई कर लोगों की जरूरत पूरी कर रहा है लेकिन वितरण व्यवस्था में खामी के चलते समस्या जस की तस बनी हुई है।
पानी के लिए परेशान सिंधिया नगर के लोगों का सब्र का बांध उस समय टूट गया जब दो दिन तक उनके नलों में पानी नहीं आया। एक दिन छोड़कर पानी देने की व्यवस्था को फेल होते देख लोग भड़क गए और हंगामा कर दिया। सूचना मिलते ही नगर निगम के अफसर पीएचई के इंजीनियर्स को लेकर पहुंचे तो महिलाएं उन पर बिफर पड़ीं। अफसरों ने तत्काल पानी के टैंकर मंगा कर समस्या के निराकरण का भरोसा देने लगे लेकिन महिलाओं का आक्रोश बढ़ता ही गया।
महिलाओं का गुस्सा देख अफसरों ने पुलिस को सुचित किया फिर पुलिस की मौजूदगी में सिंधिया नगर के लोगों को पानी की सप्लाई की गई। ऐसा ही हाल शहर के निबुअपुरा में हो रहा है। यहाँ भी पानी के लिए परेशान लोगों ने चक्काजाम किया।
नगर निगम शहर के सभी 66 वार्डों में पानी की सप्लाई कर रहा है। यहाँ 151 टैंकरों से करीब 755 टैंकर पानी सप्लाई किया जा रहा है लेकिन बदहाल वितरण व्यवस्था के चलते शहर के हालात ख़राब होते जा रहे हैं। समस्या से निपटने के लिए अब निगम प्रशासन मानसून का इंतजार कर रहा है।
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