अबरार अहमद खान, भोपाल, NIT;
आम आदमी पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक रविवार को भोपाल में स्थित गांधी भवन में आयोजित की गई, इस बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव, पार्टी के आगामी महीनों में होने वाले कार्यक्रम, मंडल सम्मेलन समेत 26 मई से होने वाले अनिश्चितकालीन अनशन पर मंथन किया गया। 26 मई से आप के प्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल किसान, बिजली व रोजगार के मसले पर अनिश्चितकालीन अनशन कर सरकार के खिलाफ आर पार की लड़ाई की शुरुआत करेंगे। इसके लिए कार्यकारिणी के बैठक में जिम्मेदारियां तय की गई हैं। इसके साथ ही विधानसभा स्तर पर चल रही चुनावी तैयारियों की समीक्षा की गई। समीक्षा में सामने आया कि पार्टी ने पोलिंग स्टेशन पर मंडल अध्यक्ष की नियुक्ति के काम को 50 प्रतिशत पूरा कर लिया है। आप ने पिछली कार्यकारिणी की बैठक में 42 हजार पोलिंग स्टेशन पर मंडल अध्यक्ष की नियुक्ति का लक्ष्य रखा था, जिसमें से 21 हजार से ज्यादा मंडलों पर अध्यक्ष की नियुक्ति हो चुकी है। पार्टी 25 मई तक बाकी के सभी मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति प्रक्रिया को पूरा कर देगी।
मौजूदा सरकार से नाराज है हर तबका
आम आदमी पार्टी द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार समीक्षा बैठक के दौरान कार्यकारिणी सदस्यों को संबोधित करते हुए आप के प्रदेश संयोजक और राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री आलोक अग्रवाल ने कहा कि मौजूदा समय में प्रदेश की जनता भाजपा की जन विरोधी नीतियों से ऊब चुकी है। प्रदेश में ऐसा कोई तबका नहीं है, जो सरकार के काम काज से खुश हो। उन्होंने पार्टी की पिछले दिनों प्रदेश भर में हुईं पोहा चौपालों के अनुभव का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि बीते दिनों में उन्होंने सैकड़ों जगह पोहा चौपालों में हिस्सेदारी की है, और किसी एक जगह कोई भी प्रदेश का ऐसा नागरिक नहीं मिला, जिसने कहा हो कि भाजपा सरकार से उसे कोई फायदा हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता में रोष है और वह बदलाव चाहती है।
कांग्रेस नहीं प्रदेश में विकल्प, लोग भूले नहीं हैं 10 साल का कुशासन
श्री अग्रवाल ने कहा कि बदलाव का मूड बना चुकी प्रदेश की जनता कांग्रेस को अच्छा विकल्प नहीं मानती है। भाजपा के शासन के पहले के कांग्रेस के 10 साल के कुशासन की यादें अभी जनता के जेहन में ताजा हैं। नेतृत्व परिवर्तन और नए-पुराने के गठजोड़ की कवायदों को भी जनता भलीभांति समझती है और यह जानती है कि आखिरकार लूट और भ्रष्टाचार की नीतियों में किसी भी तरह से कांग्रेस भाजपा से कम नहीं है। ऐसे में आम आदमी पार्टी पर ऐतिहासिक जिम्मेदारी है कि प्रदेश की जनता को वह पहली बार ईमानदार और स्वस्थ प्रशासन करने वाली सरकार मुहैया कराए। ऐसी सरकार जिसमें जनता खुद अपने भविष्य का फैसला कर सके और आने वाले दिनों के एक खुशहाल मध्य प्रदेश के गठन में जनता अपनी भूमिका सुनिश्चित कर सके।
यह अनशन आम अनशन नहीं है
कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए पार्टी के प्रदेश संगठन सचिव युवराज सिंह ने कहा कि 26 मई से होने वाला अनशन कोई आम अनशन नहीं है और इस अनशन के मुद्दों को मंडल अध्यक्षों के माध्यम से हम हर गांव, गली, पंचायत, वार्ड, मोहल्ले तक ले जाएंगे। यह अनशन प्रदेश की आगामी राजनीति की रूपरेखा तय करेगा। हम अगले दो सप्ताह में अनशन को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर लेंगे और इसे सफल बनाने के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों की भागीदारी तय करेंगे।
26 मई के अनिश्चितकालीन अनशन के लिए दी गई जिम्मेदारियां
कार्यकारिणी की बैठक में संगठन, चुनाव और आगामी कार्यक्रम को लेकर महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। इसके तहत प्रदेश की सभी 230 विधानसभाओं में 16 से 18 मई तक मंडल सम्मेलन किए जाएंगे। इसके अलावा 26 मई से होने वाले अनिश्चितकालीन अनशन के लिए विभिन्न समितियां बनाकर जिम्मेदारियां तय की गई हैं। विधानसभा चुनाव के लिए अलग-अलग विधानसभाओं में पोहा चौपाल के माध्यम से सामने आए मुद्दों पर रणनीति तैयार करने के लिए विशेष टीमों का गठन किया गया है। इसमें किसानी, बिजली, रोजगार से लेकर सड़क, पानी, शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य आदि पर विभिन्न विशेषज्ञों की टीम बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
कार्यकारिणी की बैठक में प्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल के अलावा प्रदेश सह संयोजक अमित भटनागर, प्रदेश संगठन सचिव एवं इंदौर जोन प्रभारी युवराज सिंह, प्रदेश संगठन सचिव और ग्वालियर जोन प्रभारी हिमांशु कुलश्रेष्ठ, प्रदेश संगठन सचिव एवं जबलपुर जोन प्रभारी डॉ. मुकेश जायसवाल, उज्जैन जोन प्रभारी इंद्र विक्रम सिंह, वरिष्ठ नेता एवं प्रत्याशी चयन समिति की प्रमुख चित्तरूपा पालित, युवा शक्ति के प्रदेश संयोजक निशांत गंगवानी समेत सभी सात जोन सचिव व लोकसभा प्रभारी के अलावा अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित थे।
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