मेहलका अंसारी, बुरहानपुर (मप्र), NIT; ताप्ती मेगा रिचार्ज योजना का लिडार सिस्टम से हवाई सर्वेक्षण मई 2018 में संभावित है, जिसके लिए मध्यप्रदेश एवं महाराष्ट्र शासन की ओर से वेपकॉस द्वारा डीपीआर बनाकर मेसर्स गोएकनो इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से भारत सरकार के उड्डयन मंत्रालय को अनुमति हेतु मार्च 2018 में प्रेषित किया जा चुका है। हवाई सर्वेक्षण की अनुमति भारत सरकार से तत्काल दिलाने हेतु निमाड़ एवं खानदेश से सटे हुए भौगोलिक क्षेत्र विदर्भ के सक्रिय जनप्रतिनिधि एवं भारत सरकार में जल एवं भूतल परिवहन सहित नदी विकास मंत्रालय के वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री मा.नितीन गड़करी से आज नई दिल्ली में मध्यप्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी) ने भेंट की। इस सर्वेक्षण में परियोजना के डीपीआर तैयार करने के लिए डब्ल्यूएपीसीओएस (भारत सरकार का एक उपक्रम) को परियोजना क्षेत्र के एरियल लिडार सर्वेक्षण को रक्षा मंत्रालय और महानिदेशक, नागर विमानन से उचित अनुमति के साथ करना है, ताकि ताप्ती मेगा रिचार्ज के हवाई सर्वेक्षण कार्य शीघ्र पूर्ण हो सके।
ज्ञात रहे मई 2018 में लिडार सिस्टम से ताप्ती मेगा रिचार्ज योजना का भू-सर्वेक्षण कार्य होना प्रस्तावित है । जिसके लिए महाराष्ट्र में चार एवं बुरहानपुर जिले में दो हेलीपेड का अस्थाई निर्माण कर कुल 6 हेलिपेड का उपयोग किया जाएगा। इनमें से किसी भी हेलिपेड से यह हेलिकाप्टर 50 किलोमीटर का हवाई मार्ग एक उड़ान में पूर्ण करेंगे। ताप्ती मेगा रिचार्ज योजना के इस सर्वेक्षण उपरांत ताप्ती नदी के दायी और बायी दिशा में निर्मित होने वाली नहरों के कार्यस्थल का सटीक सर्वेक्षण अंतिम चरण में आ सकेगा।
उल्लेखनीय है कि बहुप्रतिक्षित ताप्ती मेगा रिचार्ज परियोजना के क्रियान्वयन हेतु श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी) विगत 15 वर्षों से लगातार भारत सरकार, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र सरकार की संयुक्त कार्यवाही कराकर निमाड़, खानदेश के निरंतर घटते भू-जलस्तर को थामने हेतु प्रयासरत रही है। जिसके फलस्वरूप भारत शासन द्वारा टास्क फोर्स गठित की गई और केन्द्रीय मंत्री सुश्री उमा भारती के समक्ष 9 जनवरी 2016 को जलगांव में प्रजेंटेशन प्रस्तुत कर हवाई दौरा भी किया जा चुका है। जिसमें केन्द्रीय मंत्री सुश्री उमा भारती और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस, मध्यप्रदेश सरकार की कैबिनेट मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी), महाराष्ट्र सरकार में जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन सहित केन्द्रीय तकनीकी अधिकारियों का दल भी उपस्थित रहा था। 10 जनवरी 2016 को हवाई सर्वेक्षण के दौरान टास्क फोर्स के अधिकारीगण एवं विशेषज्ञ, जलगांव महाराष्ट्र के अनेर डेम, लोहारा गंगापुरी, धारणी, मोर प्रोजेक्ट, मध्यप्रदेश के बुरहानपुर, नेपानगर, मगरूल, खड़कोद आदि स्थानों पर हवाई सर्वेक्षण कर प्रारंभिक सहमति जता चुके है। जिसमें श्रीमती चिटनिस द्वारा मा.शिवराजसिंह चौहान मुख्यमंत्री म.प्र. शासन से सहमति पत्र और महाराष्ट्र शासन द्वारा भारत सरकार के संयुक्त अभियान अंतर्गत इसका डीजीपीएस सर्वेक्षण कराया जा चुका है।
मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी) ने बताया कि ताप्ती मेगा परियोजना का डीजीपीएस अर्थात् डिफ्रेंसियल ग्लोबल प्रोजिशनींग सिस्टम से सर्वे उपरांत अब आधुनिकतम लिडार तकनीक से सर्वेक्षण कराने के लिए कार्यवाही अंतिम चरण में है। लिडार सिस्टम से नहरों के संरेखा को मात्र एक फिट के अंतराल से कंटूर का मेप तैयार करने में सहायता मिल सकेगी। लिडार तकनीक से तैयार नक्शे में ईमारतें, घने वन, मार्ग, तालाब, पेड़ों का विस्तृत और सटीक सर्वेक्षण होकर मेगा रिचार्ज की सटीक सर्वे लाईन तकनीकी विशेषज्ञों के समक्ष आ सकेंगी। इस प्रकार का सर्वेक्षण अभी-अभी तेलंगाना में वहां की सिंचाई परियोजना हेतु कराया जा चुका है।
मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने माननीय नितिन गड़करी को अवगत कराया कि ताप्ती नदी पर विश्व का पायलेट प्रोजेक्ट मूर्तरूप लेकर 5 लाख हेक्टेयर भूमि को संसार की सबसे सस्ती सिंचाई योजना 25 लाख लोगों को लाभान्वित करेंगी। इसमें भूमिगत जल संचय होकर नदी अंदर ही अंदर सिंचाई का साधन होगी। जिससे भूमि सिंचित होकर प्रतिवर्ष क्षेत्र का 5 मीटर वाटर लेबल ऊंचा उठ सकेेगा। जिसके संबंध में देश के वरिष्ठ वैज्ञानिकों, रूड़की आईआईटी सहित ख्यातनाम टेक्नोक्रेट्स ने अध्ययन कर भारत सरकार को ताप्ती रिचार्ज योजना की फिजीबिलिटी रिपोर्ट सौंप चुके हैं। इस परियोजना को माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को प्रदर्श हेतु तैयार कराने में लिडार सर्वे की रिपोर्ट अत्यंत महत्वपूर्ण सिद्ध हो सकेगी जिसके लिए आपका सहयोग की महती भूमिका होगी।
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