राहुल यादव,भदोही (यूपी), NIT;
योगी सरकार भले ही प्रदेश के सभी महकमों में सुधार की बात कहकर अपनी पीठ थपथपा रही है लेकिन जमीनी स्तर पर भ्रष्ट सरकारी अधिकारियों के रवैये में खास बदलाव नहीं आया है। आज भी इन अधिकारियों के संरक्षण में अवैध काम धडल्ले से जारी है। यही हाल स्वास्थय विभाग की है, जिस का ताजा उदाहरण भदोही जिले में देखने को मिल रहा है।
जानकारी के अनुसार अधिवक्ता आदर्श त्रिपाठी ने भदोही के मुख्य चिकित्सा अधिकारी से शिकायत की थी कि औराई थाना क्षेत्र के त्रिलोकपुर नहर पर स्थित आदर्श पाली क्लीनिक बिना पंजीकरण के ही संचालित है, जहां संचालक द्वारा क्लीनिक के बोर्ड पर फर्जी पंजीकरण नंबर लिखकर सबके आंखों में धूल झोंक रहा है। प्रबन्धक ने वाराणसी से आयुर्वेद और भदोही से होमियोपैथी का पंजीकरण कराया था और उसकी भी समय सीमा समाप्त हो चुकी है, जबकि उक्त क्लीनिक पर आयुर्वेद व होमियोपैथ को धता बताकर एलोपैथिक विधि से लोगों का उपचार किया जाता है, हद तो तब हो जाती है जब यहां महिलाओं के प्रसुति व आपरेशन के कार्य को भी धडल्ले से अंजाम दिया जाता हैl शिकायत को संज्ञान में लेते हुये स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जांच में आरोप सच पाया है व व्यापक पैमाने पर यहां गडबडी पाई है जिसके बाद विभाग द्वारा प्रबंधक को जबाब देने के लिये नोटिस भेजने की तैयारी शुरू कर दी गई है।
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