अविनाश द्विवेदी, भिंड (मप्र), NIT;
भिण्ड जिले में शनिवार को जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता एनपी कोरी पहुंचे, जहां पर वह विवादों के घेरे में आ गए। विवाद का कारण बना उनका 85 लाख की मर्सिडीज बेंज कार से पहुंचना। यहां पर नहरों की शिकायत करने पहुंचे कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रमेश दुबे ने एनपी कोरी को घेर लिया, जिसके बाद वह तुरंत सर्किट हाउस से रफूचक्कर हो गए।
इंजीनियरों पर अक्सर ठेकेदारों के साथ मिलीभगत कर घटिया निर्माण में सहयोग देने के आरोप लगते रहते हैं। ये आरोप काफी हद तक सही भी होते हैं जिसका अंदाज इसी बात से लगाया जा सकता है कि ठेकेदारों द्वारा इंजीनियरों को ओब्लाइज करने के लिए उन्हें तरह तरह की सुख सुविधाएं भी दी जाती हैं। जिसके एवज में वह घटिया निर्माण करते रहते हैं। भिण्ड जिले में भी एनपी कोरी के समय में कई नहरों का निर्माण हुआ लेकिन वह निर्माण बेहद ही घटिया था। जिसके बाद शनिवार को एनपी कोरी के भिण्ड दौरे पर पहुंचने की सूचना पाए कांग्रेस जिलाध्यक्ष भी टूटी फूटी नहरों की शिकायत करने सर्किट हॉउस पहुंचे लेकिन वहां पर 85 लाख रुपए की मर्सिडीज बेंज कार को देखकर रमेश दुबे ने उसको अंदर से देखने की इच्छा जताई। जिस पर मुख्य अभियंता साहब ने मना करते हुए वहां से खिसक लिए। इस दौरान मीडिया के लोग भी मौके पर पहुंच चुके थे लेकिन जल संसाधन विभाग के कर्मचारी उन्हें गाड़ी का वीडियो बनाने से रोकते रहे। आपको बता दें जिस मर्सिडीज-बेंज से मुख्य अभियंता आए वह भोपाल की सारथी कंस्ट्रक्शन के नाम पर रजिस्टर्ड है हालांकि रमेश दुबे द्वारा सवाल किए जाने पर मुख्य अभियंता ने उसको दोस्त की गाड़ी बताया। ऐसे में कांग्रेस जिलाध्यक्ष द्वारा सवाल उठाया जा रहा है कि जिस गाड़ी से वह पहुंचे वह सारथी कंस्ट्रक्शन नाम की किसी फर्म के नाम पर रजिस्टर्ड है जो कि ठेकेदारी फर्म है। ऐसे में जिस फर्म की गाड़ी में वह सफर कर रहे हैं उसको निश्चित ही वह लाभ पहुंचा रहे होंगे।
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