दयाशंकर पांडेय, प्रतापगढ़ (यूपी), NIT;
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिला में बदमाशों को शह देने के कारण आए दिन गंभीर घटनाएं घटित हो रही हैं। गोली मारना, हत्या करना, लूटमार करना आदि गंभीर वारदातें कुछ सफेदपोश नेताओं व कुछ खाकी वर्दी के इशारों पर हो रहे हैं जिन पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। प्रतापगढ़ का यह दुर्भाग्य ही है कि आज तक प्रतापगढ़ जिले में किसी भी शातिर अपराधियों का एनकाउंटर नहीं किया गया जिससे जहां अपराधियों के हौसले बुलंद हैं वहीं आम लोग दहशत में जीने को मजबूर हैं।
भारतीय जनता पार्टी की योगी सरकार में प्रतापगढ़ जिले में तीन मंत्री एक प्रभारी मंत्री स्वाति सिंह सहित कुल चार मंत्री हैं लेकिन प्रतापगढ़ जिला आज भी अपराधगढ़ के नाम से जाना जा रहा है। अभी 2 दिन पहले मुख्यमंत्री जी ने अपराध के मामले में 0% की बात की थी।
जिले के हर थानों में पुलिस को मालूम है कि किस गांव, किस शहर, किस टाउन एरिया में कौन शातिर बदमाश है, कौन लुटेरा है, कौन राहजनी करने वाला है, कौन शूटर है मगर पुलिस की यह जानकारी के बावजूद अपराधी क्यों पकड़े नहीं जाते हैं? इनके खिलाफ सही मनसे कभी कार्यवाही क्यों नहीं हुई?
विशवसविश्वसनीय सूत्रों के अनुसार यहां 70% अपराधी कुछ नेताओं व कुछ खाकी के संरक्षण में रहते हैं और उन्हीं नेताओं के द्वारा पुलिस को बंद कमरे में हिदायत दिया जाता है की अपने लोग हैं उनको कुछ मत करिए इसलिए पुलिस भी मजबूर रहती है। जबकि कुछ जगह पर कुछ पुलिस वाले भी ऐसे लोगों को संरक्षण देते हैं,यही दुर्भाग्य है प्रतापगढ़ जिले का।
शिवम गैस एजेंसी के गोदाम इंचार्ज से लूटपाट
प्रतापगढ़ जनपद में हो रही लूटपाट पर पुलिस प्रशासन अंकुश लगाने में असफल है। अपराधियों के खिलाफ कुछ भी नहीं कर पा रही है प्रतापगढ़ पुलिस। शिवम गैस एजेंसी के गोदाम इंचार्ज के सिर पर गोली मारकर लाखों की लूट की वारदात को अंजाम दिया गया जिससे इलाके में फैली सनसनी फैली हुई है और लोग दहशत में हैं।
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