अबरार अहमद खान, भोपाल, NIT;
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता ने मध्य प्रदेश के मंत्री रामपाल सिंह की बहु की आत्महत्या के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। पत्र में श्री गुप्ता ने मामले की जांच के साथ मंत्री रामपाल व उनके बेटे की गिरफ्तारी और मंत्री पद से राम पाल सिंह की बर्खास्तगी की मांग की है। गौरतलब है कि सांसद श्री गुप्ता हाल ही में जबलपुर में पार्टी के एक कार्यक्रम में हिस्सेदारी करने आए थे। उन्होंने कहा है कि वे जल्द ही इस मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री से मुलाकात करेंगे।
पत्र की शुरुआत में श्री गुप्ता ने जम्मू-कश्मीर के कठुआ और उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले की घटनाओं का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री के हालिया बयान कि गुनहगार बचेंगे नहीं और बेटियों को न्याय मिलेगा, की भी याद दिलाई है। उन्होंने लिखा है कि महिला सुरक्षा और बेटियों की समाज में स्थिति को लेकर आपके प्रधानमंत्री बनने के बाद जो उम्मीदें बनी थीं, वे मध्य प्रदेश में तार-तार होती दिख रही हैं। देश के दिल मध्य प्रदेश में बीते एक महीने से प्रीति रघुवंशी की आत्महत्या का मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। संभवत: आपको इस मामले की जानकारी होगी। यह मामला मध्य प्रदेश सरकार के पीडब्ल्यूडी एवं कानून मंत्री श्री रामपाल सिंह से जुड़ा है और इस मामले में अभी तक एफआईआर भी नहीं हुई है।
उन्होंने मामले की पूरी जानकारी देते हुए कहा है कि पुलिस मामले में लगातार जांच तो कर रही है, लेकिन यह एकतरफा है और ऐसा प्रतीत होता है कि मंत्री श्री रामपाल और उनके बेटे को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। बीते 30 दिनों में प्रीति के पड़ोसी व अन्य करीब 28 लोगों से पूछताछ हो चुकी है, लेकिन इस संवेदनशील मामले में मंत्री श्री रामपाल सिंह और उनके पुत्र के आज तक बयान भी दर्ज नहीं हुए हैं और न ही एफआईआर दर्ज हुई है। यही नहीं बताया जाता है कि प्रीति रघुवंशी के भाई का अपहरण हुआ था, और उसे चार दिन बाद छोड़ा गया। सरकार और विपक्ष इस मामले को दबाने की कोशिश कर रहे हैं।
श्री गुप्ता ने अपने पत्र में आगे लिखा है कि ऐसा लगता है कि मध्यप्रदेश में न्याय और कानून का राज खत्म हो गया है। प्रीति रघुवंशी के परिवार के सदस्य अब पूरी तरह टूट चुके हैं और उन्हें प्रदेश में किसी से न्याय की आस नहीं है। आपसे विनम्र अनुरोध है कि इस मामले को संज्ञान में लेते हुए तुरंत कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित कराएं और मंत्री व उनके पुत्र को गिरफ्तार कराएं। साथ ही अपनी पार्टी के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह जी को यह निर्देश दें कि वे मंत्री श्री राम पाल सिंह को अपने मंत्रिमंडल से बर्खास्त करें।
साथ ही उन्होंने महिला हिंसा पर चिंता जाहिर करते हुए लिखा है कि यह अकेली प्रीति रघुवंशी का मामला नहीं है, बल्कि अब यह मध्य प्रदेश की उन तमाम बेटियों के लिए न्याय का मामला बन गया है, जो किसी न किसी तरह से सत्ता और ताकतवर लोगों द्वारा सताई जा रही हैं। सरकारी आंकड़े बताते हैं कि मध्य प्रदेश में 14 बलात्कार प्रतिदिन होते हैं। मेरा पुन: आग्रह है कि आप प्रीति रघुवंशी के मामले में कड़ी कार्रवाई कर यह सुनिश्चित करें कि आप बेटियों को न्याय दिलाने के लिए तत्पर हैं और देश में आपके शासन में किसी भी बेटी के साथ अन्याय नहीं होगा।
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