कैशलेस एटीएम: नोट बंदी के बाद नगद बंदी जैसा हाल! देश के कई राज्यों में ATM से कैश गायब | New India Times

पीयूष मिश्रा/अश्वनी मिश्रा,भोपाल/सिवनी, NIT; कैशलेस एटीएम: नोट बंदी के बाद नगद बंदी जैसा हाल! देश के कई राज्यों में ATM से कैश गायब | New India Timesदेश के कई राज्यों के एटीएम में कैश की किल्लत की खबरें सामने आ रही हैं। मध्य प्रदेश के कई शहरों के अलावा सिवनी जिले में भी नोटबंदी के बाद अब नगद बंदी जैसे हालात पिछले 4 दिनों से देखे जा रहे हैं। हमारे सूत्रों के मुताबिक देश के कई राज्यों में ATM पूरी तरह खाली हो चुके हैं और जगह जगह पर नो कैश के पर्चे लगे हुए देखे जा सकते हैं। मध्य प्रदेश के कई शहरों के अलावा सिवनी जिले के 8 विकासखंडों में सभी बैंकों के एटीएम पूरी तरह ठप पड़े हुए हैं और इन एटीएम से कैश गायब है।

  2 हजार के नोट भी गायब

देशभर के कई राज्यों में पिछले दो 4 दिनों से नोटबंदी के बाद अब नगद बंदी जैसे हालात देखने को मिल रहे हैं वही पिछले कुछ दिनों से बैंकों और एटीएम से 2 हजार के नोट भी पूरी तरह गायब हो चुके हैं और आम लोगों के पास 2 हजार के नोट नजर नहीं आ रहे हैं। सवाल इस बात का है कि आखिर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया से जारी हुए बड़ी तादाद में 2 हजार के नोट आखिर गए तो कहां गए अंदेशा जताया जा रहा है कि बड़े नोटों की जमाखोरी की जा रही है।

मध्य प्रदेश के कई जिलों के प्रमुख तहसील अंचलों से खबरें लगातार यह आ रही है कि शनिवार दिन से ही ATM से कैश गायब है, वहीं सिवनी जिले के छपारा नगर के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में भी आज केश पूरी तरह खत्म हो गया, जैसे तैसे अधिकारियों ने कैश वैन दोपहर तक बुलवाई तो लगभग 2:00 बजे के आसपास सर्वर डाउन हो गया जिसके चलते ग्रीन चैनल काउंटर भी पूरी तरह ठप हो गया और सैकड़ों की संख्या में उपभोक्ता सुबह से लेकर समाचार लिखे जाने तक परेशान होते नजर आए।

ज्ञात हो कि पिछले दो-तीन दिनों से देश के कई राज्यों में कैश की किल्लत की खबरें हैं। कई छोटे शहरों में एटीएम खाली हैं और बाहर ‘नो कैश’ का बोर्ड लगा है। उत्तर प्रदेश से लेकर बिहार, गुजरात, झारखंड और मध्यप्रदेश के शहरी और ग्रामीण इलाकों में एटीएम में कैश न होने की शिकायतें आ रही हैं। कुछ लोगों का कहना है कि उनके इलाके में नोटबंदी के बाद अब नगद बंदी जैसे हालात दिखने लगे हैं।


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

By nit

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading