कठुआ घटना के दोषियों के लिए फांसी की सजा भी कम है: जमात-ए-इस्लामी हिंद | New India Times

अबरार अहमद खान, भोपाल, NIT; 

कठुआ घटना के दोषियों के लिए फांसी की सजा भी कम है: जमात-ए-इस्लामी हिंद | New India Times​जमात-ए-इस्लामी हिंद भोपाल ने उन्नाव और कठुआ में होने वाले रेप कांड की कठोर निंदा की है। शहर भोपाल के संयोजक डॉक्टर शाहिद अली ने कहा कि कठुआ की घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। एक 8 साल की बच्ची को अगवा करना और उसके साथ कई लोगों का बलात्कार करना और वह भी उन लोगों का जो उस के रखवाले हो सकते थे इसके बाद कानून बचाने वालों के द्वारा कानून तोड़कर आरोपियों को बचाने की कोशिश करना और इस काम के लिए धर्मस्थल का इस्तेमाल करना हमें संज्ञान दे रहा है कि हमारा समाज किस तरफ जा रहा है और किस मानसिकता के लोग न्याय व्यवस्था में शामिल हैं और क्या मानसिक स्थिति रही होगी उस वक्त उस बच्ची की जिसके साथ उसके दादा की उम्र के व्यक्ति ने बलात्कार किया होगा?

सैय्यद शाहिद अली ने सख्त शर्मिंदगी का इजहार करते हुए मांग की है कि आरोपियों पर जल्द से जल्द मुकदमा कायम कर दोषी पाए जाने पर फांसी की सजा दी जाए, क्योंकि ऐसे आरोपियों के लिए फांसी की सजा भी कम है। महिला विंग की अध्यक्षा श्रीमती रफिया सुल्तान ने उन्नाव की घटना पर बोलते हुए कहा कि जहां एक तरफ बेटी बचाओ के नारे लगाए जाते हैं वहीं दूसरी तरफ उन्नाव विधायक जैसे लोग बेटियों के साथ बलात्कार करते हैं। श्रीमती रफिया सुल्तान ने कहा कि ऐसे लोग हमारे समाज के लिए नासूर हैं, जब तक इन्हें समाज से निकाल कर फेंक नहीं दिया जाता समाज का नव निर्माण संभव नहीं ।

संगठन के मीडिया प्रवक्ता डॉक्टर अजहर बेग ने कहा कि कठुआ की घटना एक सोची समझी साजिश का हिस्सा थी। ताकि बक्करवाल समुदाय को उस जमीन से हटाया जा सके और उनके दिल में डर और खौफ पैदा किया जा सके।

डाॅ बेग ने कहा कि निंदनीय तथ्य यह है कि ऐसे लोगों के समर्थन में रैली निकाली गई, यहां तक कि सरकार के मंत्री भी उसमें शामिल हुए और माहौल को सांप्रदायिक करने की कोशिश की गई ।

मगर प्रसन्नता का विषय यह भी है की आज सारा देश आरोपियों और दोषियों के खिलाफ एकजुट है और उनके लिए कठोरतम सजा की गुहार लगा रहा है।


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By nit

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