शारिफ अंसारी, मुंबई, NIT; भिवंडी शहर के बीचोबीच में स्थापित बस स्थानक में बस लेकर जाते समय प्रवेशद्वार पर गर्दी करने वाले रिक्षा चालक के साथ गाडी ओवरटेक को लेकर विवाद हो गया, जिस कारण रिक्षा चालक और बस चालक में जबर्दस्त मारपीट हो गई। मारपीट के बाद ही बस चालक को चक्कर आई जिससे वह जमीन पर गिर पड़ा जिसे तुरंत उठाकर उपचार हेतु स्वर्गीय इंदिरा गांधी उप जिला रुग्णालय में भर्ती कराया गया जहां उसकी मौत हो गई। मौत के बाद आक्रोशित बस चालकों ने काम बंद कर मृत बस चालक प्रभाकर गायकवाड के आरोपी के विरुद्ध कार्रवाई किए जाने की मांग करते हुए बस स्थानक परिसर में रिक्षा युनियन कार्यालय की तोडफोड की। इसके बाद आज सुबह से बस चालक वाहक ने काम बंद कर आक्रोश व्यक्त किया। परंतु दोपहर तक इस बाबत हत्या का मामला पुलिस ने दर्ज नहीं किया था। गौरतलब है कि शहर के मध्यवर्ती भाग में बस स्थानक(बस डिपो) है जिसके प्रवेशद्वार पर हर समय रिक्षा चालक आटो रिक्शा अडाकर खडा रखते हैं जिससे बस चालकों को सबस डिपो में लेकर जाते समय काफी दिक्कत होती है। गत रात्रि साढे दस बजे के समय बोरिवली-भिवंडी बस लेकर चालक प्रभाकर गायकवाड [ वय ३५ ] बस स्थानक में आरहा था कि आटो रिक्शा चालक के साथ विवाद हो गया। रिक्शा चालक ने बस चालक प्रभाकर गायकवाड को गाली गलौज दिया, बस चालक प्रभाकर गायकवाड़ सबस डिपो में छोड़कर बाहर आया और निजामपुरा पुलिस स्टेशन में घटना के संदर्भ में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की जिन्हें पुलिस ने समझा बुझा कर वापस भेज दिया। इसके बाद प्रभाकर गायकवाड को चक्कर आया जिसे तुरंत स्वर्गीय इंदिरा गांधी उप जिला रुग्णालय में उपचार हेतु भर्ती कराया गया जहां उनकी मृत्यू हो गई। मृतक प्रभाकर गायकवाड़ की मृत्यु की सूचना मिलते ही बस स्थानक के बस चालक-वाहक आक्रोशित हो गए और बस स्थानक के बाहर रिक्शा युनियन के कार्यालय के बोर्ड को तोडफ़ोड़ करते हुए काम बंद आंदोलन शुरू कर दिया। आज सुबह से ही भिवंडी बस स्थानक में सभी चालकों-वाहकों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि जब तक आरोपी के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज किया जाए, मृत प्रभाकर गायकवाड की पत्नी को अनुकंपा तत्वज्ञ पर नियुक्त किया जाए , व नुकसान भरपाई तत्काल प्रभाव से उपलब्ध किया जाए। इस प्रकार की मांग करते हुए बस स्थानक के प्रवेशद्वार पर बस अडाकर खडी कर रास्ता रोक दिया। स्थानिक निजामपुरा पुलिस अधिकारी कर्मचारी सहित सहायक पुलिस आयुक्त नरेश मेघराजानी ने बस स्थानक पहुंच गए और रास्ते पर आडी खडी बस को पुलिस कर्मियों की सहायता से रास्ता साफ किया परंतु कर्मचारियों ने कहा कि जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होगी तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा।
यह घटना रात्रि को घटित हुई परंतु सुबह देर समय तक एस टी महामंडल का कोई भी वरिष्ठ अधिकारी-कर्मचारी भेंटवार्ता करने के लिए नहीं आया जिससे एसटी कर्मचारियों ने दुख व आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि प्रभाकर गायकवाड की मृत्यु किसी बीमारी से नहीं बल्कि मारपीट के कारण हुई है। मृतक की पत्नी पूजा प्रभाकर गायकवाड ने कहा कि मेरे पति को कोई बीमारी नहीं थी। पूरी रात प्रभाकर गायकवाड की पत्नी पूजा व मां बस स्थानक पर रोते बिलखते गुजारी इन्हें सांत्वना देने के लिए कोई भी एस टी महामंडल अधिकारी व कर्मचारी नहीं पहुंचा। सुबह एसटी स्थानक पर सहायक पुलिस आयुक्त नरेश मेघराजानी ने आते ही स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सभी बस चालकों से बंद को अवैध करार देते हुए तुरंत बसों को रास्ते से हटाने का आग्रह किया अन्यथा कार्रवाई की धमकी दी जिसपर एसटी चालकों ने रास्ते में खडी बसों को हटाया। वहीं बस चालक शंकर चौहान ने कहा कि एस टी स्थानक परिसर में पुलिस चौकी में पुलिस उपस्थित होती तो प्रभाकर गायकवाड की मौत नहीं होती। उक्त मामले में समाचार लिखे जाने तक पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज नहीं किया है। महामंडल के अधिकारियों के साथ हुई गंभीरता पूर्वक चर्चा में चालक की पत्नी को आगामी छह माह में अनुकंपा तत्वज्ञ पर नियुक्त किया जाएगा तथा नियमानुसार व एसटी महामंडल प्रशासन द्वारा मुआवजा दिए जाने हेतु विभाग ने आश्वस्त किया है। उक्त घोषणा के बाद एसटी बस सेवा शुरू कर दिया गया है तथा शव को अंतिम संस्कार करने के लिए पैतृक गांव तुलजापूर जिला उसमानाबाद लेकर रवाना हो गए। उक्त निर्णय के अवसर पर ठाणे यंत्र अभियंता तथा विभाग नियंत्रक मुकुंद देव, मुंबई एसटी महामंडल के उप महा व्यवस्थापक राहुल तोटे आदि अधिकारी उपस्थित थे। इसी के साथ-साथ शहर का वातावरण पूर्ण रूप से शांत है कहीं भी किसी प्रकार की अप्रिय घटना घटित नहीं हुई है।
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