ओवैस सिद्दीकी, अकोला (महाराष्ट्र), NIT; वर्तमान भागदौड भरी जिंदगी में हर आदमी व्यस्त है और लगभग सभी के पास समय की कमी है जिसके चलते वे अपने घर या ऑफिस जाने की जल्दी में नजर आते हैं। विगत 15 मार्च को देशभर मे धूमधाम से राष्ट्रीय ग्राहक दिवस मनाया गया। लाखों रुपये के विज्ञापनों द्वारा ‘जागो ग्राहक जागो’ माध्यम से जनजागृती की गई। ग्राहकों को अपने कर्तव्य और अधिकार के बारे में समझाया गया। परिणाम स्वरूप ग्राहकों में चेतना जारी है।
देश भर में सोशल मिडीया पर खास कर उत्तर प्रदेश, दिल्ली, मुंबई इलाके में ऐसे कुछ रैकेट पकडे गये हैं जो पेट्रोल पंपों में पल्सर चिप डालकर पेट्रोल की चोरी करने में सक्षम थे। इस चिप के माध्यम से रिडिंग देये मुल्य के हिसाब से दर्शित होती है लेकिन वाहन में उतने मुल्य का तेल नहीं डाला जाता है। इस प्रकार के कई वीडियो सोशल मिडीया पर वायरल हुये थे। तेल कंपनियों द्वारा इस मामले में ग्राहकों को चेतावनी देकर जागरुक करने की कोशिश करती है तथा उपभोक्ताओं की असुविधा किये जाने पर उचित कार्रवाई एवं जुर्माने का प्रबंध तेल कमपनियों द्वारा किये गये हैं, फिर भी पेट्रोल पंप संचालक सभी नियमों को ताक पर रखकर अवैध रुप से तेल की चोरी तथा उपभोक्ताओं की असुविधाओं में लिप्त नजर आते हैं। तेल चोरी कर ग्राहकों के वाहन में पेट्रोल-डीजल कम डालने की शिकायतें आये दिन सामने आ रही हैं। ग्राहक पेट्रोल कम मिलने पर तिल मिला जाता है। क्योंकि वह दावे के साथ नहीं कह सकता कि उचित मुल्य का पेट्रोल भरा नहीं गया। क्योंकि पेट्रोल भरने से पूर्व उसकी टंकी में पेट्रोल मौजूद होता है। ग्राहक पेट्रोल कम आने की शिकायत कर बहेस पर उतर जाता है तथा झंझट मे ना पडना पडे इसलिए घर या कार्यालय की ओर समय के अभाव में निकल पडता है। लेकिन पेट्रोल कम आने की बात से वह असहज महेसूस कर मनमसोस कर रह जाता है, कुछ कर नही पाता। इस बात को पेट्रोल कमपनियां तथा संबंधित निरीक्षण करने वाली यंत्रणा ने गंभिरता से लेते हुये पेट्रोल पंपो की जांच करनी चाहिएं। कर्मियों के हाथ की चालाकी कहें या फिर आधुनिक तकनिक का उपयोग कर ग्राहकों को लुटा जा रहा है। इस ओर वैधमापन शास्त्र विभाग, तेल कंपनी द्वारा छापा मार कार्रवाई कर जांच करना चाहिये ताकि ग्राहकों के अधिकारो की रक्षा की जा सके।
ग्राहकों के हितो की रक्षा के लिए कार्यरत संघटनाये भी इस ओर ध्यान देकर इस वित्तिय लूट की रोकथाम करने मे सहयोग करे ऐसी मांग नागरिको द्वारा की जा रही है। बाजार मे जिस तरह व्यापारियो के वजन, माप, काटे की वार्षिक तौरपर पासिंग की जाती है उसी तरह शहर के पेट्रोल पंप मिटर की संबंधित यंत्रणा द्वारा जांच होनी चाहिये ताकि पेट्रोल चोरी रोककर ग्राहको की रक्षा की जा सके। संबंधित विभाग इस ओर आंखे बंद कर कुंभकरण की निंद ले रही है। इसे जगाने के लिए जिलाधिकारी महोदय ने उचित कदम उठाने चाहिये।
इस संदर्भ में ग्राहक द्वारा शिकायत प्राप्त होने पर उचीत करवाइ की जायेगी। विभाग एवं कंपनी के सेल्स अफसरों द्वारा जिले के संशयित 9 पेट्रोल पम्पो की जांचं कीइगई लेकीन किसीं प्रकार की चिप आदी प्राप्त नही हुई: पी एम पाटील,वैध मापन शास्त्र अकोला विभाग निरीक्षक।
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