सेना और स्थानीय प्रशासन के बीच विवाद के चलते लखनऊ के 8-9 वर्षों से अटके हुए विकास कार्य जल्द होंगे शुरू: गृहमंत्री राजनाथ सिंह | New India Times

सद्दाम हुसैन, लखनऊ, NIT; ​सेना और स्थानीय प्रशासन के बीच विवाद के चलते लखनऊ के 8-9 वर्षों से अटके हुए विकास कार्य जल्द होंगे शुरू: गृहमंत्री राजनाथ सिंह | New India Timesराजधानी लखनऊ के लोगों को विकास योजनाओं की सौगात देते हुए स्थानीय सांसद व केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि पिछले 8-9 वर्षों से अटकीं विकास परियोजनाओं की बाधाएं दूर हो गईं हैं इसलिए तीन से चार दिनों में रुके विकास कार्य शुरू हो जाएंगे। सोमवार को चारबाग रेलवे स्टेशन पर कई सुविधाओं का उद्घाटन करते हुए राजनाथ ने कहा कि वह प्रदेश में रेलवे की योजनाओं को मूर्त रूप देने में जुटे हुए हैं। गृहमंत्री ने कहा कि लखनऊ में विकास परियोजनाएं सेना और स्थानीय प्रशासन के विवाद के चलते पिछले 8-9 सालों से लटकी हुई थीं लेकिन अब सेना व प्रशासन ने विवाद को सुलझा लिया है इसलिए अब इन परियोजनाओं पर काम शुरू होगा। उन्होंने कहा कि संसदीय क्षेत्र के संतुलित विकास को लेकर हमेशा से वह प्रयास करते रहे हैं। रेलवे की परियोजनाओं की चर्चा करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि इस साल प्रदेश में करीब 4000 किमी. रेलवे लाइन का विद्युतीकरण किया जा चुका है। अगले साल में इसे 6000 किमी. किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि रेलवे लाइन बिछाने का काम में भी करीब चार गुना वृद्धि हुई है। रेल मंत्रालय की कोशिश है कि 2022 तक प्रदेश में सभी ट्रेनों का संचालन बिजली से हो सके। ऐसा होने पर करीब 11 हजार करोड़ रुपये की बचत होगी। राजनाथ सिंह ने कहा कि एक सांसद के तौर पर वह चाहते हैं कि राजधानी आने व जाने वाले रेल यात्रियों को बेहतर सुविधा मुहैया कराई जाए। उन्होंने कहा कि गोमतीनगर रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाने के लिए जल्द ही टेंडर होंगे। इसी तरह करीब 1800 करोड़ रुपये की लागत से चारबाग रेलवे स्टेशन का विकास होगा और आलम नगर रेलवे स्टेशन को सेटेलाइट स्टेशन के तौर पर विकसित किया जाएगा। जबकि चारबाग रेलवे स्टेशन के अलावा लखनऊ जंक्शन पर भी लिफ्ट और एस्केलेटर लगवाए जाएंगे।


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

By nit

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading