पीयूष मिश्रा/ अश्वनी मिश्रा की विशेष रिपोर्ट
देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए देश भर के 41 लाख से अधिक बचत खातों को बंद कर दिया है। इस कार्रवाई के बाद से खाता धारकों में हड़कंप मचा हुआ है। खाता धारक अपने खाते को दोबारा शुरू करवाने की कोशिश कर रहे हैं। मध्यप्रदेश के नीमच में रहने वाले एक व्यक्ति की आरटीआई से यह बड़ा खुलासा हुआ है।
भारतीय स्टेट बैंक की इस बड़ी कार्रवाई से मध्यप्रदेश के खाता धारकों में हड़कंप की स्थिति है। मध्यप्रदेश में भी कई खातें बंद होने की सूचना है। पूरे प्रदेश में ढाई हजार से अधिक एसबीआई की शाखाएं हैं, जो प्रदेश के 51 जिलों में है।
41.16 लाख खातों में नहीं था बैलेंस इसलिए किए बंद
भारतीय स्टेट बैंक के मुताबिक देशभर के 41.16 लाख सेविंग खातों में मिनिमम बैलेंस नहीं था, इसलिए एसबीआई को यह निर्णय लेना पड़ा।
जरूरी है एवरेज मंथली बैलेंस
स्टेट बैंक के मुताबिक चालू वित्तीय वर्ष में अप्रैल से जनवरी के बीच 41.16 लाख खातों को बंद कर किया गया। इन खातों में एवरेज मंथली बैलेंस नहीं था।
एसबीआई ने घटाया चार्ज
हाल ही में एसबीआई ने ग्राहकों के खातों में मिनिमम बैलेंस नहीं रखने पर लगने वाला चार्ज भी 75 फीसदी तक कम कर दिया है। इससे कई खाता धारकों के खाते बंद होने से बच गए हैं।
क्या कहती है स्टेट बैंक
मध्यप्रदेश के नीमच निवासी चंद्र शेखर गौड़ को हाल ही में स्टेट बैंक की तरफ से यह जानकारी आरटीआई के तहत दी गई है। गौड़ ने बैंक से बंद होने वाले खातों के संबंध में जानकारी मांगी थी। बैंक ने अपने जवाब में कहा है कि अकाउंट में मिनिमम बैलेंस मैंटेन नहीं करने पर लागू जुर्माने के प्रावधानों के अंतर्गत बैंक ने 1 अप्रैल 2017 और 31 जनवरी 2018 के बीच 41.16 लाख सेविंग अकाउंटबंद कर दिए।
यह भी है खास
देशभर में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में के करीब 41 करोड़ सेविंक अकाउंट हैं। इनमें से 16 करोड़ सिर्फ प्रधानमंत्री जनधन योजना/बेसिक सेविंग बैंक अकाउंट और पेंशनर्स के खाते हैं। पिछले साल अप्रैल में एसबीआई ने एवरेज मंथली बैलेंस नहीं रखने वाले खाता धारकों पर चार्ज लगाना शुरू किया था।
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