सरवर खान जरीवाला, भोपाल, NIT;
मध्यप्रदेश में विभिन्न कर्मचारी संगठन अपनी मांगों लेकर आंदोलन कर रहे हैं, ऐसे में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाएं, आशा कार्यकर्ता, महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता समेत महिला संविदा कर्मचारी भी सरकार के खिलाफ सड़क पर आंदोलन कर रही हैं, लेकिन सरकार ने किसी भी महिला संगठन की मांगें मानना तो दूर किसी से चर्चा तक भी नहीं की है। वहीं अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को सरकार विभिन्न महिला संगठनों के बीच महिला सशक्तिकरण का ढिंढौरा पीटने जा रही हैं। इस दिन सरकार महिलाओं को लेकर कोई लोक लुभावनी घोषणा कर सकती है।
महिला एवं बाल विकास विभाग गुुरुवार को राजधानी भोपाल के जवाहर बाल भवन प्रांगण में एक प्रदेश व्यापी महिला सशक्तिकरण का कार्यक्रम करने जा रहा है। खबर है कि इस आयोजन में विभिन्न वर्ग की महिलाओं को नारी सशक्तिकरण की दिशा में बेहतर काम करने के लिए सम्मानित भी किया जाएगा। इसी दिन नारी जागरूकता के लिए मंत्री अर्चना चिटनीस द्वारा पिछले साल अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर शुरू किए गए नारी शक्ति अभियान का समापन किया जाएगा। इस अभियान के जरिए महिला एवं बाल विकास विभाग ने हर वर्ग की महिलाओं को जोड़ने का दावा किया है, लेकिन साल भर यह अभियान किस ढंग से संचालित हुआ, इसको लेकर कोई स्पष्टीकरण देने को तैयार नहीं है।
महिला सशक्तिकरण को लेकर आयोजित किए जा रहे कार्यक्रम पर सवाल इसलिए भी उठ रहे हैं क्योंकि महिला एवं बाल विकास विभाग की हजारों कार्यकर्ता सरकार के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रही हैं, लेकिन सरकार ने उनसे अभी तक चर्चा तक नहीं की है।
विभिन्न एनजीओ एवं महिला संगठनों को बुलाया
8 मार्च को होने वाले आयोजन में विभिन्न एनजीओ एवं महिला संगठनों को बुलाया गया है। सम्माजिन होने वाली महिलाओं में एनजीओ संचालिका एवं विभिन्न महिलाओं समूहों की पदाधिकारी भी शामिल हैं।
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