मोदी सरकार के नोट बंदी फैसले के खिलाफ भिवंडी में कांग्रेस पार्टी का '' जन आक्रोश मोर्चा ' | New India Times

शारिफ अंसारी, मुंबई, NIT; ​मोदी सरकार के नोट बंदी फैसले के खिलाफ भिवंडी में कांग्रेस पार्टी का '' जन आक्रोश मोर्चा ' | New India Timesमोदी सरकार के शासनकाल में पुराने नोट बंदी के फैसले ने देश भर में हंगामा खड़ा कर दिया है। नोट बंदी के फैसले से देश भर में हाहाकार मचा हुआ है। इसका सबसे अधिक नुकसान भिवंडी शहर को पहुंचा है। जकात नाका स्थित भिवंडी कांग्रेस मुख्यालय से भिवंडी जिलाध्यक्ष शोएब गुड्डू के नेतृत्व में निकलने वाले जन आक्रोश मोर्चे में शहर के हजारों पुरुषों और महिलाओं ने भिवंडी तहसील कार्यालय के सामने मौजूद कोनार्क आर्केड परिसर में भिवंडी शहर जिला कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शोएब गुड्डू ने संबोधित करते हुए कहा कि भिवंडी शहर पावरलूम उद्योग का मैनचेस्टर माना जाता है। इसी के कारण पूरे देश के अन्य राज्यों से लोग यहां आकर सपरिवार जीवन यापन करते हैं। परंतु जब  से प्रधानमंत्री ने नोट बंदी का फैसला किया है तभी से जनता परेशान है, पावरलूम मालिकों को यार्न मिलना बंद हो गया है। उनके तैयार कपड़ों की बिक्रठप हो गई है। परिणामस्वरूप शहर के पावरलूम पूरी तरह से बंद होते जा रहे हैं। जिसका खामियाजा सबसे अधिक पावरलूम मजदूरों को भुगतना पड़ रहा है। ऐसी परिस्थितियों में आगामी दस से पंद्रह दिनों में कुपोषण जैसी स्थिति पैदा होने की आशंका हो जाएंग। जिससे देश का माहौल खराब व कानूनी व्यवस्था बिगड़ने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता  है। शोएब गुड्डू ने कहा कि नोट बंदी के कारण आज शहर का हाल ऐसा है कि पैसा होने के बावजूद लोग खाद्य सामग्री  खरीद नहीं सकते जनता इस कदर परेशान है स्कूलों की फीस भरने और रोगियों को औषधि खरीदने के लिए तरसना पड़ रहा है .परिस्थिति ऐसी है कि मृतक के लिए कफन खरीदने से लिए भी असमर्थ है .क्योंकि पुराने नोट बंद है और नए नोट और छुट्टे पैसे के लिए जनता लाइन में 48, 48 घंटे खड़ी है . शोएब गुड्डू ने शहर की बैंकों के जिम्मेदारो को  चेतावनी देते हुए कहा की जनता को रातों से ही लाइन में खड़ा करने के बाद भी उन्हें नए नोट और छुट्टे पैसे नहीं दिया जा रहा और रिजर्व बैंक से पैसे नहीं आ रहे है यह कहकर  बैंक वाले वापस भेज रहे है। इसलिए अब कांग्रेस के नेताओं व कार्यकर्ता बैंकों का दौरा करेंगे और वहां मौजूद लोगों और पावरलूम मजदूरों की शिकायत प्राप्त होने के बाद बैंकों के बाहर विरोध किया जाएगा .शोएब गुड्डू ने कहा कि भाजपा सरकार के सभी वादे झोटे थे और प्रधानमंत्री से बड़ा कोई कलाकारनहीं है जिससे जनता अब परिचित हो चुकी है। और गरीबों के मुंह का निवाला छीनने वाली भाजपा सरकार को अब जनता मज़ा चखाएगी। और अब उनका पतन तय है, वहीं कहा कि हम भी काले धन का विरोध करते है मगर भाजपा के लोगों ने तो अपना काला धन सफेद कर लिया है मगर जनता को परेशानी में डाल दिया है। भाजपा का यह तरीका गलत है जिसकी कांग्रेस पार्टी कड़ी निंदा करती है। पूर्व सांसद और ग्रामीण अध्यक्ष सुरेश काशीनाथ टावरे ने अपने संबोधन में कहा कि भाजपा सरकार ने काले धन के नाम पर जनता को लाइन में खड़ा कर दिया है। काले धन और भ्रष्टाचार के नाम पर 1000 और 500 के नोट बंद करके 2000 हजार के नोट शुरू किया गया है जिससे यह साबित होता है कि भाजपा सरकार भ्रष्टाचार को बढ़ावा दें रही है। उन्होंने कहा कि देश के कुछ बड़े निवेशकों को गरीबों की जेब कैरियर निकालकर सरकार लाभ पहुंचा रही है और निवेशकों के लाखों करोड़ों रोपए का कर्ज माफ किया जा रहा है।​मोदी सरकार के नोट बंदी फैसले के खिलाफ भिवंडी में कांग्रेस पार्टी का '' जन आक्रोश मोर्चा ' | New India Timesसदर सुरेश टावरे ने कहा कि सरकार ने पुराने नोट को बैंक,  पोस्ट ऑफिस और पेट्रोल पंपों पर जारी रखने का आदेश दिया जबकि गरीबों को भोजन और खाद्यान्न सामग्री खरीदने के लिए दुकानों और रोगियों को औषधि  खरीदने के लिए मेडिकल स्टोर पर कोई सुविधा नहीं है।  जिनके घर में विवाह था वह आत्महत्या करनेरपर मजबूर हो गए हैं। इन सब का जवाब जनता सरकार से जरूर लेगी।  उक्त मोर्चा में कांग्रेस आलाकमान के आदेश पर  भिवंडी प्रभारी संतोष शेट्टी,सय्यद जीशान शामिल हुए । इस मौके पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मेंगरूनाथ टावरे , जावेद दलवी, हबीबुर्रहमान अंसारी, एडवोकेट अब्दुल रशीद ताहिर मोमिन, रिजवान अहमद , उपमहापौर अहमद हुसैन सिद्दीकी,  इमरान वली मोहम्मद खान, मतलूब सरदार, हलीम अंसारी, वसीम अंसारी, अशरफ खान मुन्ना , तुफ़ैल फ़ारूक़ी,इमामुद्दीन अंसारी, उमेश भोईर, जावेद खान, रेहाना अंसारी, इस्माइल मिर्ची, इसरार अहमद सिद्दीकी , शाद हबीबुर्रहमान अंसारी , मलिक मोमिन , हारून चौहान, इकबाल सिद्दीकी, ताज खान, शफीक सिद्दीकी, जाकिर मोमिन ,जकी  अंसारी, तनवीर, मोमिन सोहराब खान, तारिक गुड्डू,नफीस अंसारी , तौसीफ शेख आदि भारी संख्या में कार्यकर्ता शामिल थे ।


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By nit

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